Fact Check : यशोभूमि उद्घाटन में आए कारीगरों की तस्वीरों को गलत दावों के साथ किया जा रहा वायरल
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यशोभूमि उद्घाटन को लेकर वायरल दावा गलत है। मोची और कुम्हार दो अलग-अलग व्यक्ति थे। दोनों की तस्वीरों को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
- By: Pragya Shukla
- Published: Sep 21, 2023 at 04:44 PM
- Updated: Sep 22, 2023 at 10:30 AM
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को अपने जन्मदिन वाले दिन दिल्ली के द्वारका में स्थित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर यशोभूमि (IICC) के पहले पार्ट का उद्घाटन किया था। इसी उद्घाटन से जुड़ी दो तस्वीरें तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। तस्वीरों को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इस उद्घाटन में एक ही व्यक्ति को पहले मोची की जगह बिठाया गया और फिर उसी को कुम्हार बनाकर बिठा दिया गया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। मोची और कुम्हार दो अलग-अलग व्यक्ति थे। दोनों की तस्वीरों को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक यूजर ‘महेश पाटीदार’ ने 20 सितंबर 2023 को वायरल तस्वीरों को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “गजब , शानदार क्या कहने….! जो मोची बना था,वही कुम्हार के रोल में प्रकट हो गया। कहां से सीखी ये बहरूपिया बाज़ी?”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
पड़ताल
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को खंगालना शुरू किया। हमें इस कार्यक्रम से जुड़ा हुआ वीडियो पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 17 सितंबर 2023 को अपलोड किया गया है। वीडियो में 10.08 मिनट पर देखा जा सकता है कि पीएम मोदी मोची से मिलते हैं, जो कि वहां पर बैठकर जूते सिल रहा होता है। शख्स के चेहरे पर मूंछें हैं और पॉकेट में चश्मे जैसा कुछ रखा हुआ दिखाई देता है। तो वहीं वीडियो में 10.26 मिनट पर देखा जा सकता है कि पीएम मोदी कुम्हार के पास जाते हैं। शख्स को गौर से देखने पर हमने पाया कि शख्स के चेहरे और शरीर की बनावट मोची से काफी अलग है। शख्स की बड़ी-बड़ी मूंछें नहीं है और उसकी पॉकेट में चश्मा नहीं, बल्कि कलम जैसा कुछ रखा हुआ दिखाई दे रहा है।
दोनों ने ही एक जैसे कपड़े और आईकार्ड पहने हुआ है। दोनों का ही रंग सांवला है, इसी वजह से दोनों की तस्वीरों को एक ही शख्स का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी कोई ऐसी रिपोर्ट नहीं मिली कि कार्यक्रम का आयोजन करने वालों से इतनी बड़ी चूक हो गई। उन्होंने एक ही शख्स को मोची और कुम्हार बनाकर बिठा दिया। अगर सच में कार्यक्रम में इतनी बड़ी गलती हुई होती, तो इससे जुड़ी कोई न कोई रिपोर्ट जरूर मौजूद होती।
हमें ये दोनों तस्वीरें इसी जानकारी के साथ कई न्यूज रिपोर्ट में प्रकाशित मिली। हमें मोची की तस्वीर इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में मिली। रिपोर्ट में मोची को एक अलग शख्स के तौर पर ही बताया गया है। जबकि कुम्हार की तस्वीर हमें हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में मिली। यहां पर भी कुम्हार को एक अलग शख्स के तौर पर बताया गया है।
नीचे दिए गए कोलाज में कुम्हार और मोची के बीच में अंतर को साफ-साफ देखा जा सकता है। दोनों के चेहरे की बनवाट एक-दूसरे से काफी अलग है। इतना ही नहीं, दोनों के शरीर की बनावट भी एक-दूसरे से काफी अलग है। मोची के चेहरे पर मूंछों को साफ-साफ देखा जा सकता है, जबकि कुम्हार के चेहरे पर हल्की-सी मूंछें दिखाई देती हैं। मोची का चेहरा चपटा-सा नजर आ रहा है, जबकि कुम्हार के चेहरे की बनावट काफी अलग है।
अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के नेशनल ब्यूरो के पत्रकार नीलू रंजन से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “प्रधनामंत्री मोदी ने अपने जन्मदिन पर इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर यशोभूमि का उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्होंने वहां पर मौजूद कई कामगारों से मुलाकात की और उनसे काम से जुड़ी जानकारियां लीं। इन्हीं में से एक मोची और कुम्हार भी थे और दोनों ही अलग-अलग शख्स थे। यह दावा गलत है।”
अंत में हमने तस्वीरों को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर के 5 हजार फॉलोअर्स और मित्र हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के अनुसार, यूजर मध्य प्रदेश का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यशोभूमि उद्घाटन को लेकर वायरल दावा गलत है। मोची और कुम्हार दो अलग-अलग व्यक्ति थे। दोनों की तस्वीरों को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
- Claim Review : जो मोची बना था,वही कुम्हार के रोल में प्रकट हो गया।
- Claimed By : फेसबुक यूजर ‘महेश पाटीदार’
- Fact Check : झूठ
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