विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा फर्जी निकला । विश्वास न्यूज ने पाया कि तस्वीर दिल्ली की नहीं, बल्कि यूपी के फिरोजाबाद की है। फिरोजाबाद का एक निजी अस्पताल फुटपाथ पर डेंगू के मरीजों का इलाज कर रहा था तभी मामले का वीडियो वायरल हो गया और अस्पताल को सील कर दिया गया।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें कुछ मरीज
फुटपाथ पर ग्लूकोज की बोतलें लटकाए बैठे दिख रहे हैं। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दिल्ली का हाल है। जहां डेंगू के मरीज़ों को अस्पताल में बेड ना मिलने के कारण उनका इलाज फुटपाथ पर किया जा रहा है। विश्वास न्यूज ने वायरल तस्वीर की जांच की और पाया कि यह दिल्ली की नहीं, बल्कि यूपी के फिरोजाबाद की है। फिरोजाबाद का एक निजी अस्पताल फुटपाथ पर डेंगू के मरीजों का इलाज कर रहा था तभी मामले का वीडियो वायरल हो गया और अस्पताल को सील कर दिया गया।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक पेज ” Social media cell halqa talwandi sabo PYC” ने वायरल तस्वीर को करते हुए लिखा है : पंजाब आ कर स्वास्थ्य सुविधाओं की गारंटी देने वाले केजरीवाल की दिल्ली की हालत देख लो 👇🏻, डेंगू से पीड़ित मरीजों के लिए अस्पताल में जगह तक नहीं और अनेक फुटपाथों पर ये मरीज ग्लूकोज की बोतलें लटका के बैठे हैं ,इससे पहले केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक में गधे घोड़े इलाज करवाते भी आपके साथ शेयर किये गए हैं। पंजाब वासियों ईस्ट इंडिया कंपनी की विचारधारा रखने वाले केजरीवाल से बच के रहो “
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स इस तस्वीर को समान और मिलते – जुलते दावे की साथ शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले इस तस्वीर को यांडेक्स टूल के जरिये सर्च किया। हमें यह तस्वीर कई न्यूज वेबसाइट्स पर मिली। दैनिक जागरण पर 6 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित खबर में यह तस्वीर लगी मिली। खबर की हेडलाइन थी : फुटपाथ पर मरीजों का इलाज करने वाला डाक्टर बेनकाब” खबर के मुताबिक ‘डेंगू, वायरल बुखार और अन्य बीमारियों के कहर के बीच कठफोरी में फ्लाईओवर के फुटपाथ पर मरीजों का इलाज करने वाला डाक्टर बिना पंजीकरण के हास्पिटल चला रहा था। बीएएमएस डिग्री होने के बाद एलोपैथिक पद्धति से इलाज कर रहा था। फुटपाथ पर भर्ती मरीजों से पूरी फीस वसूली जाती थी। इसका वाीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को अन्यत्र भिजवाकर हास्पिटल सील कर दिया। अब क्लीनिक का पंजीकरण भी रद हो सकता है। पूरी खबर यहाँ पढ़ें।
patrika.com की वेबसाइट पर 5 अक्टूबर, 2021 को इस घटना से जुडी रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, ”फिरोजाबाद के एक बिना नाम के चल रहे अस्पताल में आने वाले मरीजों का डिवाइडर पर बिठाकर किया जा रहा था इलाज , स्वास्थ विभाग ने करवाया सील” पूरी खबर यहां पढ़ सकते हैं।
mediavigil.com की वेबसाइट पर भी इससे जुड़ी खबर मिलीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘डॉ अश्विनी गुप्ता कस्बा कठफोरी में नर्सिंग होम चलाते हैं। सोमवार को इसी नर्सिंग होम का एक वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी डीएम चंद्र विजय सिंह को हुई तो उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अवगत किया और जांच के आदेश दिए। डीएम के निर्देश पर एसीएमओ डॉ. अशोक कुमार के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। टीम की जांच के बाद नर्सिंग होम को सीज़ कर दिया गया है। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी जमा हो गए। इसको लेकर इलाके में हड़कंप मच गया है।”
पूरी खबर यहाँ पढ़ सकते हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट के बारे में हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के आगरा के डिजिटल हेड प्रतीक गुप्ता से संपर्क किया। हमने उनके साथ इस फोटो को वॉट्सऐप पर भी शेयर किया, उन्होंने हमें बताया कि यह फोटो दिल्ली की नहीं, बल्कि फिरोजाबाद की है। उन्होंने कहा कि एक अस्पताल ने अपने मरीजों को इलाज के लिए फुटपाथ पर लिटा दिया था और जब फोटो वायरल हुई तो अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की गई और अस्पताल को सील कर दिया गया। वायरल हो रही तस्वीर का दिल्ली से कोई लेना-देना नहीं है।
जांच के अंतिम चरण में विश्वास न्यूज ने फर्जी फोटो शेयर करने वाले फेसबुक पेज की जाँच की। पड़ताल में हमने पाया कि 624 लोग फॉलो करते हैं और पेज 1 अगस्त, 2020 को बनाया गया था।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में वायरल दावा फर्जी निकला । विश्वास न्यूज ने पाया कि तस्वीर दिल्ली की नहीं, बल्कि यूपी के फिरोजाबाद की है। फिरोजाबाद का एक निजी अस्पताल फुटपाथ पर डेंगू के मरीजों का इलाज कर रहा था तभी मामले का वीडियो वायरल हो गया और अस्पताल को सील कर दिया गया।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।