विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वायरल तस्वीर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले की है। इस तस्वीर का राजस्थान से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर पिछले कई वर्षों से सोशल मीडिया पर उपलब्ध है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में एक व्यक्ति महात्मा गांधी की प्रतिमा पर बैठा हुआ नजर आ रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को राजस्थान की बताकर सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल तस्वीर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले की है। तस्वीर का राजस्थान से कोई संबंध नहीं। यह तस्वीर पिछले कई वर्षों से सोशल मीडिया पर है।
फेसबुक यूजर ‘संतोष वर्मा’ ने 6 मई को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा: “राजस्थान में एक शांतिदूत महात्मा गांधी की प्रतिमा को कुर्सी बनाकर बैठा है यही हरकत अगर किसी हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने की होती तो अभी तक चमचे, चाटुकार, गद्दार, कपड़े टुकड़े गेग चूड़ियां तोड़ रहे होते.”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर कई अन्य यूजर्स भी इस तस्वीर को मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल की सहायता से सर्च किया। जहां हमें तस्वीर से जुड़ी कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं मिली। फिर हमने यांडेक्स रिवर्स इमेज टूल की सहायता से वायरल तस्वीर को ढूंढना शुरू किया। जहां हमें वायरल तस्वीर से जुड़े कई पुराने सोशल मीडिया पोस्ट मिली।
3 अक्टूबर 2017 को @Pratigyamishra4 नाम के ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया। ट्वीट में लिखा था, “बीजेपी के लोगो की हरकतें 2अक्टूबर गांधी जयंती के दिन “अमेठी प्रशासन ध्यान दे अन्यथा अमेठी के युवा सड़को पर होंगे” जय समाजवाद”
फेसबुक यूजर राहुल यादव और शिवांगी राजपूत के द्वारा भी वायरल तस्वीर को अक्टूबर 2017 में शेयर किया गया था। जिसमें उन्होंने तस्वीर को अमेठी का बताया।
अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज़ ने दैनिक जागरण के अमेठी के रिपोर्टर दिलीप सिंह को संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “यह तस्वीर अमेठी में गांधी चौक पर भरत मिलाप के दौरान की है। जब वहां ढ़ेर सारी भीड़ मौजूद थीं। भीड़ में से ही कोई एक शख्स वहां बैठ गया। जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वायरल तस्वीर में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।’
पड़ताल के अंत में हमने तस्वीर को फर्जी दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। फेसबुक यूजर संतोष वर्मा मध्य प्रदेश के देवास जिले का रहने वाला है। फेसबुक पर उसके 2 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स है। यूजर एक राजनीतिक दल से संबंध रखता है।
विश्वास न्यूज स्वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि मूर्ति पर बैठा शख्स किस धर्म का है। लेकिन यह तय है कि तस्वीर राजस्थान की नहीं, यूपी की है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वायरल तस्वीर उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले की है। इस तस्वीर का राजस्थान से कोई संबंध नहीं है। यह तस्वीर पिछले कई वर्षों से सोशल मीडिया पर उपलब्ध है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।