Fact Check : उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ की फोटोशॉप्‍ड तस्‍वीर वायरल, असली फोटो में सोनिया नहीं, बाल ठाकरे मौजूद थे

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास ‘मातोश्री’ की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। इमारत के बाहर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी का एक बड़ा सा पोस्‍टर फोटोशॉप की मदद से चिपका कर यूजर दावा कर रहे हैं कि ‘मातोश्री’ के बाहर सोनिया गांधी की तस्‍वीर लगाई गई। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल दावा फर्जी है। ‘मातोश्री’ के बाहर असल में बाल ठाकरे की तस्‍वीर थी। इसे कुछ यूजर्स ने फोटोशॉप टूल की मदद से सोनिया गांधी की तस्‍वीर में बदल दी।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर भूषण देवधर ने 28 नवंबर को ‘मातोश्री’ की एक फोटोशॉप्‍ड तस्‍वीर को अपलोड करते हुए दावा किया कि बस !!! अब यही देखना बाकी रह गया था।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल तस्‍वीर को ध्‍यान से देखा। तस्‍वीर देखकर ही साफ लगा कि सोनिया गांधी की तस्‍वीर को अलग से इमारत के ऊपर चिपकाया गया है।

इसके बाद हमने वायरल तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया। हमें गूगल पर ऐसी कई तस्‍वीर मिलीं, जिसमें ‘मातोश्री’ के ऊपर बाल ठाकरे का कटआउट लगा हुआ था। पूरी इमारत लाइटों से सजी हुई दिखी। हमें alamy.com नाम की फोटो एजेंसी के ऊपर ऐसी ही एक तस्‍वीर मिली। इसे 28 अगस्‍त 2010 को क्लिक किया गया था।

पड़ताल के अगले चरण में हम अपनी खोज को बढ़ाते हुए जलगांव शिवसेना की वेबसाइट पर पहुंचे। वहां हमें ‘मातोश्री’ की ओर‍िजनल तस्‍वीर मिली, जिसे छेड़छाड़ करके बाल ठाकरे की जगह सोनिया गांधी की तस्‍वीर चिपकाई गई थी।

सोशल मीडिया पर शिवसेना और उसके नेताओं के खिलाफ फैले झूठ को लेकर पार्टी की प्रवक्‍ता प्रियंका चतुर्वेदी कहती हैं कि महाराष्‍ट्र में शिवसेना की सरकार बनने के बाद से ही कुछ लोग बौखला गए हैं। यही लोग पार्टी को बदनाम करने के लिए फोटोशॉप्‍ड तस्‍वीरों का यूज कर रहे हैं।

अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने भूषण देवधर नाम के उस फेसबुक अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने ‘मातोश्री’ की फर्जी तस्‍वीर को वायरल किया। हमें पता चला कि यूजर नागपुर का रहने वाला है। इस अकाउंट पर अधिकांश पोस्‍ट मराठी में होती है। यूजर कभी-कभी हिन्‍दी में भी पोस्‍ट करता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में ‘मातोश्री’ के ऊपर सोनिया गांधी की तस्‍वीर का दावा फर्जी साबित हुआ। ओरिजनल तस्‍वीर में सोनिया गांधी नहीं, बल्कि बाल ठाकरे का कटआउट लगा था। कुछ लोगों ने फोटोशॉप की मदद से बाल ठाकरे की तस्‍वीर को हटाकर सोनिया गांधी की तस्‍वीर चिपका दी।

False
Symbols that define nature of fake news
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