Fact Check : बिहार चुनाव में वायरल हुई 2014 की तस्वीर, फोटो का योगी की रैली से नहीं है कोई संबंध

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। 2014 में कोलकाता में हुई नरेंद्र मोदी की एक रैली की तस्‍वीर को अब बिहार चुनाव में योगी आदित्‍यनाथ की रैली की फोटो बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। बिहार चुनाव के दरमियान सोशल मीडिया में एक फर्जी पोस्‍ट वायरल हो रही है। इस पोस्‍ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि वायरल तस्‍वीर योगी आदित्‍यनाथ की रैली का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की बारीकी से जांच की। हमें पता चला कि वायरल तस्‍वीर का बिहार में योगी आदित्‍यनाथ की रैली से कोई संबंध नहीं है। 2014 में कोलकाता में नरेंद्र मोदी की एक रैली हुई थी। तस्‍वीर उसी रैली की है। इसे अब बिहार चुनाव में वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर नीरज वर्मा ने 21 अक्‍टूबर को ‘मोदी सेना’ नाम के एक ग्रुप में एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा : ‘योगी आदित्यनाथ जी को सुनने के लिए बिहार की एक रैली में उमड़ा जनसैलाब * जयश्रीराम के नारों से गूंजा मैदान.’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन देखें।

इस तस्‍वीर को दूसरे यूजर्स भी सच मानकर वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल हो रही तस्‍वीर को ध्‍यान से देखा। इसे देखकर ही अंदाजा लग गया कि तस्‍वीर काफी पुरानी है। फोटो की क्‍वालिटी काफी खराब थी। इसके बाद हमने वायरल तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। हमें सबसे पुरानी तस्‍वीर देशगुजरात नाम की एक वेबसाइट पर मिली। 5 फरवरी 2014 को अपलोड एक खबर में इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया था। खबर में दावा किया गया कि तस्‍वीर 2014 में कोलकाता में हुई नरेंद्र मोदी की रैली की है। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

‘नरेंद्र मोदी की 2014 में कोलकाता में रैली’ जैसे कीवर्ड की मदद से हमें कोलकाता में पांच फरवरी 2014 को हुई रैली की खबर मिली। newsx.com ने अपने यूट्यूब चैनल पर संबंधित खबर को अपलोड किया था।

https://www.youtube.com/watch?v=4GI7W2L_I4M

इसके बाद हमने फोटो एजेंसी की वेबसाइट को खंगालने का निर्णय लिया। गेट्टी फोटो की वेबसाइट पर हमने अलग-अलग कीवर्ड टाइप करके 5 फरवरी 2014 की टाइमलाइन सेट की। हमें आखिरकार मोदी की कोलकाता रैली की तस्‍वीरें मिल ही गईं। इन तस्‍वीर को जब हमने अब वायरल हो रही तस्‍वीर से मिलाया तो हमें कई समानताएं नजर आईं। तस्‍वीर में दिख रहे साइड स्‍टेज की कारपेट दोनों में हमें हरे रंग की नजर आई। इसके अलावा इस मंच के पीछे बने स्‍पेस के टेंट का नीला रंग दोनों तस्‍वीर में नजर आया।

पड़ताल के अगले चरण में गूगल सर्च के दौरान हमें पता चला कि यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को भाजपा ने बिहार चुनाव में स्‍टार प्रचारक बनाया है। 20 अक्‍टूबर से उन्‍होंने प्रचार की शुरुआत कर दी है। वे बिहार में अब तक कई रैलियां कर चुके हैं, लेकिन वायरल तस्‍वीर उनकी रैली की नहीं है।

वायरल तस्‍वीर को लेकर हमने दैनिक जागरण के बिहार के डिजिटल प्रभारी अमित आलोक से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि योगी आदित्‍यनाथ की रैलियां बिहार में चालू हो चुकी हैं, लेकिन वायरल तस्‍वीर उनकी किसी भी रैली की नहीं है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर के अकाउंट की जांच की। हमें पता चला कि यूजर एक विचारधारा विशेष से प्रभावित है। इसके अकाउंट से हमें ज्‍यादा जानकारी नहीं मिल सकी।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। 2014 में कोलकाता में हुई नरेंद्र मोदी की एक रैली की तस्‍वीर को अब बिहार चुनाव में योगी आदित्‍यनाथ की रैली की फोटो बताकर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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