Fact Check: झंडे को जलाए जाने की यह तस्वीर पाकिस्तान के मुल्तान की है, शाहीन बाग की नहीं

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें कुछ लोगों को तिरंगा जलाते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह घटना दिल्ली के शाहीन बाग की है, जहां मुस्लिमों ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध करते हुए तिरंगे को जला डाला।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। तिरंगा को जलाए जाने की यह तस्वीर पाकिस्तान की है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Vijay Mishra’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”#संविधान बचाओ की रैली में #तिरंगा जला रहे हे. #गद्दार #कॉम #मुसलमान #बहिस्कार।”

फेसबुक पर वायरल हो रही पोस्ट

सोशल मीडिया पर अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

फेसबुक पोस्ट का सामान्य लिंक और आर्काइव लिंक

पड़ताल

तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज किए जाने पर न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) की फोटो गैलरी की में यह तस्वीर मिली।

Image Source – AP

तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘यह घटना 11 जून 2015 की है, जब पाकिस्तान के मुल्तान में पाकिस्तानी प्रदर्शनकारियों ने नरेंद्र मोदी के बांग्लादेश के निर्माण को लेकर दिए गए बयान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए भारत के राष्ट्रीय ध्वज को जला डाला था।’

नागरिकता संशोधन कानून को पिछले साल दिसंबर में संसद से पास किए जाने के बाद से दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले दो महीने से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं, जबकि शाहीन बाग के दावे के साथ वायरल हो रही यह तस्वीर करीब पांच साल पुरानी पाकिस्तान की घटना है। शाहीन बाग के विकीपीडिया पेज के मुताबिक, 11 दिसंबर 2019 को संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन कानून के पारित होने के बाद से इस कानून के खिलाफ शाहीन बाग में प्रदर्शन जारी है।

न्यूज एजेंसी ANI के ट्वीट से इसकी पुष्टि होती है।

विश्वास न्यूज से बातचीत में शाहीन बाग थाने के एसएचओ विजय पाल ने ऐसी किसी घटना का खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘तिरंगा जलाए जाने की कोई भी घटना शाहीन बाग में नहीं हुई है।’

वायरल पोस्ट करने वाला फेसबुक यूजर विजय मिश्रा, सोशल स्कैनिंग में विचारधारा विशेष से जुड़े दिखे।

निष्कर्ष: दिल्ली के शाहीन बाग में तिरंगा जलाए जाने की घटना के दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर 2015 में पाकिस्तान के मुल्तान में हुए भारत विरोधी प्रदर्शन की है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट