नई दिल्ली (विश्वास टीम)। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान की तरफ से राज्य में अशांति फैलाने की योजना के तहत लगातार दुष्प्रचार किया जा रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान सरकार के केंद्रीय मंत्री (मैरीटाइम अफेयर्स) अली हैदर जैदी ने एक वीडियो ट्वीट कर दावा किया कि जम्मू-कश्मीर में 35-A को हटाए जाने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ ”लाखों” कश्मीरी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज की जांच में जैदी का वीडियो पाकिस्तान का दुष्प्रचार साबित हुआ। जैदी ने एक पुराने वीडियो को शेयर किया, जिसका कश्मीर की मौजूदा स्थिति से कोई लेना-देना नहीं है।
ट्विटर पर 9 अगस्त को कश्मीर में कथित विरोध प्रदर्शन के दावे के साथ वीडियो को शेयर करते हुए अली हैदर जैदी ने लिखा है, ‘Millions of #Kashmiri rally in IOK against @narendramodi
Govt repealing of 35-A.
#SaveKashmirFromModi’
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है-‘नरेंद्र मोदी सरकार के 35 ए को हटाए जाने के विरोध में भारतीय कब्जे वाले कश्मीर में लाखों की संख्या में विरोध करते हुए कश्मीरी।’ जैदी की प्रोफाइल से शेयर किए प्रोपेगेंडा वीडियो को पड़ताल किए जाने तक करीब 4000 बार रिट्वीट किया जा चुका है।
केवल ट्विटर पर नहीं, बल्कि फेसबुक पर इस प्रोपेगेंडा वीडियो को कई यूजर्स ने शेयर किया, जिसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है।
फेसबुक पर शेयर किए गए वीडियो को उसी टाइटल के साथ शेयर किया गया है, जो जैदी की वॉल पर लिखा हुआ है और सभी वीडियो जैदी के प्रोपेगेंडा वीडियो को शेयर किए जाने के बाद के हैं।
रिवर्स इमेज के जरिए किए गए सर्च में हमें यू-ट्यूब पर 18 अक्टूबर 2016 को अपलोड किया गया समान वीडियो मिला। ‘’Revoshots’’ नाम के यूजर्स की प्रोफाइल से अपलोड किया गया वीडियो वहीं है, जो जैदी ने शेयर किया है। ‘Revoshots’ के मुताबिक, यह वीडियो कश्मीर के त्राल में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के जनाजे का है।
वर्ल्ड न्यूज (World News) के यू-ट्यूब हैंडल पर 9 जुलाई 2016 को इसी जनाजे का वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें लोगों के हुजूम को देखा जा सकता है। दोनों ही वीडियो में बुरहान वानी के शव के पास पीले रंग के बड़े छाते और लोगों के हुजूम के बीच मौजूद बड़े पेड़ को देखा जा सकता है।
न्यूज सर्च में ”द डिप्लोमैट” पर 15 जुलाई 2016 को प्रकाशित न्यूज रिपोर्ट से इन स्वतंत्र दावों की पुष्टि होती है। डिप्लोमैट की रिपोर्ट अहमर खान की बाइलाइन है, जो कश्मीर में फ्रीलांस फोटोग्राफर हैं। खबर में लगी तस्वीर यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए बुरहान वानी के जनाजे से हूबहू मिलती है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के 9 जुलाई 2016 को किए गए ट्वीट के मुताबिक, वानी की मौत के बाद अलगाववादियों ने बंद का आह्वान किया था, जिसके बाद श्रीनगर में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया था।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद कश्मीर को लेकर प्रोपेगेंडा वीडियो जारी किया गया हो। इससे पहले घाटी में हुए कथित विरोध प्रदर्शन की खबरें आने पर गृह मंत्रालय की तरफ से स्थिति को स्पष्ट किया जा चुका है।
11 अगस्त को जारी किए गए जम्मू-कश्मीर पुलिस के बयान से भी राज्य में सामान्य स्थिति होने की पुष्टि होती है। पुलिस के मुताबिक, ‘राज्य में अब तक स्थिति सामान्य है। अभी तक कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।’
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक एस पी पानी के बयान के मुताबिक, ‘पिछले एक हफ्ते के दौरान घाटी में अधिकांश तौर पर शांति की स्थिति रही है।’
जमीनी स्थिति के बारे में सच जानने के लिए विश्वास न्यूज ने अपने सहयोगी दैनिक जागरण के जम्मू-कश्मीर के स्टेट एडिटर अभिमन्यु कुमार शर्मा से बात की। उन्होंने बताया कि ”बकरीद की वजह से प्रशासन ने ढील दी है। श्रीनगर में सुरक्षा बलों की मुस्तैदी इतनी चाक चौबंद है कि किसी बड़े प्रदर्शन का सवाल ही पैदा नहीं होता है। विरोध प्रदर्शन को लेकर जो कुछ भी खबरें आ रही हैं, वह महज अफवाह हैं।”
निष्कर्ष: आर्टिकल 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान के मंत्री अली हैदर जैदी की तरफ से ट्वीट किया गया वीडियो प्रोपेगेंडा वीडियो है, जो हिज्बुल मुजाहिद्दीन के मारे गए कमांडर बुरहान वानी के जनाजे का है। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के हटाए जाने के बाद ऐसा कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ है, जिसका दावा पाकिस्तानी मंत्री के प्रोपेगेंडा वीडियो में किया गया है।
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