विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि 2018 के जोधपुर के ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के वीडियो को अब फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। राजस्थान में राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लेकर सोशल मीडिया में कई प्रकार के झूठ वायरल हो रहे हैं। अब एक वीडियो को कुछ लोग वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि गहलोत की रैली में पाकिस्तानी झंडा लहराए गए।
विश्वास न्यूज ने जब वायरल वीडियो की जांच की तो पता चला कि यह फर्जी है। 2018 के ईद के मौके पर आयोजित जुलूस के वीडियो को अब झूठे दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर रंजीत सिंह तोमर ने 19 जुलाई को एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ‘और कितना सबूत दूं गद्दारी के जिस की रैली में पाकिस्तानी झंडा लहरा जाते हो उनसे देश भक्ति की उम्मीद क्या कर सकते हैं’
वीडियो में अशोक गहलोत को एक हरे रंग का झंडा लहराते हुए देखा जा सकता है। वायरल पोस्ट का फेसबुक और आकाईव वर्जन देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा। इसमें अशोक गहलोत को हरे रंग के झंडे को भीड़ के सामने लहराते हुए देखा जा सकता है।
इसके अलावा भीड़ में तिरंगे के अलावा हर रंग के कपड़े पर बने चांद-सितारा वाले झंडों को भी देखा सकता है।
विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि भीड़ जिस झंडे को लहरा रही है, वह इस्लामिक झंडा है, जिसे मुसलमान अपने धार्मिक समारोह में इस्तेमाल करते हैं। नीचे दी गई तस्वीर में आप पाकिस्तान के झंडे की तुलना इस्लामिक झंडे से कर सकते हैं।
इसके बाद विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई ग्रैब्स निकाले। इसके बाद इन्हें रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया।
वायरल वीडियो हमें अशोक गहलोत के फेसबुक पेज पर भी मिला। 21 नवंबर 2018 को अपलोड करते हुए गहलोत ने लिखा कि आज यहां जोधपुर में ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर आयोजित जुलूस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं।
वायरल वीडियो को लेकर राजस्थान कांग्रेस प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने कहा कि विपक्षी पार्टी और उसके नेता मुख्यमंत्री की लोकप्रियता से बौखलाए हुए हैं। इसलिए पुरानी तस्वीरों और वीडियो को फर्जी दावों के साथ सोशल मीडिया में वायरल कर रहे हैं।
अंत में हमने फर्जी पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर की जांच की। हमें पता चला कि रंजीत सिंह तोमर नाम के इस यूजर को आठ हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। अकाउंट को मार्च 2018 को बनाया गया था। एक खास विचारधारा में यकीन रखने वाले रंजीत सिंह के अकाउंट पर हमें कई आपत्तिजनक पोस्ट मिली।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में पता चला कि 2018 के जोधपुर के ईद मिलादुन्नबी के जुलूस के वीडियो को अब फर्जी दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
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