Fact Check : राजस्‍थान के सांसद को बदनाम करने के लिए वायरल किया गया पाकिस्‍तानी डॉक्‍टर का आपत्तिजनक वीडियो

भाजपा सांसद की छवि खराब करने के लिए यह वीडियो वायरल किया जा रहा है। सबसे पुराना वीडियो पाकिस्‍तान के एक डॉक्‍टर के नाम पर मौजूद मिला। वायरल वीडियो का भाजपा सांसद से कोई संबंध नहीं है।

Fact Check : राजस्‍थान के सांसद को बदनाम करने के लिए वायरल किया गया पाकिस्‍तानी डॉक्‍टर का आपत्तिजनक वीडियो

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्‍थान में विधानसभा चुनाव की दस्‍तक के साथ ही फर्जी पोस्‍ट, वीडियो, तस्‍वीरों के वायरल होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इन्‍हीं के बीच अब एक बार फिर से सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक आदमी को एक महिला के साथ डांस करते हुए देखा जा सकता है। आपत्तिजनक अवस्‍था में नजर आ रहे शख्‍स को कुछ लोग भाजपा सांसद बताकर वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में जालोर-सिरोही के भाजपा सांसद देव जी पटेल हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा बेबुनियाद साबित हुआ। भाजपा सांसद की छवि खराब करने के लिए यह वीडियो वायरल किया जा रहा है। सबसे पुराना वीडियो पाकिस्‍तान के एक डॉक्‍टर के नाम पर मौजूद मिला। वायरल वीडियो का भाजपा सांसद से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर राहुल देव ने 15 जून को एक वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया, “राजस्थान: जालोर-सिरोही BJP सांसद ‘देवजी पटेल’ का विकास जारी है, मैनू बाहाँ विच कस ले आहाँ आहाँ!”

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को यहां हूबहू लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी अभी का मानकर वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले । इसके लिए इनविड टूल का इस्‍तेमाल किया गया। इसके बाद इसे गूगल लेंस के माध्‍यम से सर्च किया गया। न्‍यूज 18 राजस्‍थान के यूट्यूब चैनल पर हमें एक पुरानी खबर मिली। इसमें 3:15 मिनट के बाद से बताया गया कि एक डांस के वीडियो को वायरल किया गया। इसमें सांसद की छवि बिगाड़ने की कोशिश की गई। सांसद की शिकायत के बाद एक शख्‍स को अरेस्‍ट किया गया। पूरी खबर नीचे देखें।

गूगल ओपन सर्च के दौरान ईटीवी भारत राजस्‍थान के फेसबुक पर भी एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि जालोर-सिरोही के सांसद देवजी एम पटेल का फेक वीडियो वायरल करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया। सांसद देवजी एम पटेल ने छवि खराब करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया था।

सर्च के दौरान जी राजस्‍थान की वेबसाइट पर एक खबर मिली। 26 जून 2022 को पब्लिश इस खबर में वायरल वीडियो के ग्रैब का इस्‍तेमाल करते हुए बताया गया कि सांसद के वीडियो वायरल होने के बाद चितलवाना क्षेत्र से भीखाराम विश्‍नोई नाम के युवक को दस्‍तयाब किया गया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने जालोर से प्रकाशित दैनिक भास्‍कर के ईपेपर को खंगालना शुरू किया । 26 जून 2022 को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि भाजपा सांसद देवीजी एम पटेल को बदनाम करने के लिए वायरल किए गए वीडियो मामले में एक आरोपी को चितलवाना पुलिस ने अरेस्‍ट किया। इस शख्‍स का नाम भीखाराम है। संबंधित खबर नीचे पढ़ें।

जांच के दौरान ही हमें वायरल वीडियो पाकिस्‍तान के डॉक्‍टर के नाम पर भी वायरल मिला। पाकिस्‍तान के फेसबुक पेज ‘ ह्यूमन राइटस मीडिया नेटवर्क’ने 13 फरवरी 2020 को वीडियो को पोस्‍ट करते हुए इसे पाकिस्‍तान के मशहूर आई स्‍पेशलिस्‍ट डॉ. जफर इकबाल का बताया। संबंधित वीडियो को यहां देखें।

वायरल वीडियो के बारे में पड़ताल के दौरान जालोर पुलिस के ट्विटर हैंडल पर 27 जून 2022 को पोस्‍ट किया गया एक ट्वीट मिला। इसमें बताया गया कि पुलिस थाना चितलवाना द्वारा सांसद के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल करने वाले 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इस वीडियो की पड़ताल कर चुका है। उस वक्‍त देवजी पटेल से संपर्क किया गया था। उनकी ओर से जानकारी देते हुए बताया गया था कि उनके खिलाफ षडयंत्र रचते हुए यह वीडियो वायरल किया गया। यह पूरी तरह फर्जी है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, उदयपुर के वरिष्‍ठ संवाददाता सुभाष शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि यह वीडियो पहले भी वायरल हो चुका है। उस वक्‍त भाजपा सांसद देवजी एम पटेल ने अपनी छवि खराब करने की शिकायत की थी। जांच में चला था कि सांसद देवजी के नाम से फर्जी वीडियो वायरल किया था।

विश्‍वास न्‍यूज की पिछली पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अंत में फेसबुक यूजर राहुल देव के अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की। पता चला कि इस अकाउंट को पांच सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। भाजपा सांसद देवजी पटेल की छवि को खराब करने के लिए पाकिस्‍तान के एक पुराने वीडियो को गलत और आपत्तिजनक दावे के साथ वायरल किया गया।

False
Symbols that define nature of fake news
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