Fact Check: महिला से बदसलूकी का पाकिस्तान के इस्लामाबाद का पुराना वीडियो, भारत का बताते हुए वायरल

विश्वास न्यूज़ ने पाया कि इंडियन मुस्लिम के दावे के साथ वायरल हो रहा यह वीडियो भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान के इस्लामाबाद का एक पुराना वीडियो है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)।  सोशल मीडिया पर 44 सेकंड का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो बस के अंदर का है, जिसमें महिला एक शख्स से छेड़खानी के लिए माफ़ी मंगवाते हुए और उसे थप्पड़ मारती हुई नज़र आ रही है। वीडियो को भारत का समझते हुए यूजर हिन्दुस्तानी मुसलमानों को टार्गेट करते हुए शेयर कर रहे हैं। जब विश्वास न्यूज़ ने इस वीडियो की पड़ताल की तो हमने पाया की यह वीडियो भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान के इस्लामाबाद का एक पुराना वीडियो है। 

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर Prashant Saxena ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए , ‘इन पक्के ईमान वाले हाजी_मियां ने अगली सीट पर बैठी महिला से छेड़’खानी की! … लेकिन नासमझ_महिला ने उल्टे इनकी ठुकाई कर दी। देश में _अ’सहिष्णुता बढ़ती ही जा रही है! … क्या अब इस देश का अल्प’संख्यक छेड़खानी भी नहीं कर सकता!!…मोदी जी इस्तीफा दो।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें। 

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वीडियो को इनविड टूल में अपलोड किया और उसके कुछ कीफ्रेम्स निकाले, फिर उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के ज़रिये सर्च किया। सर्च में हमें यही स्क्रीनग्रैब कुछ न्यूज़ वेबसाइट पर मिला। 

पाकिस्तान की वेबसाइट ट्रिब्यून पर 26 सितम्बर 2019 को इस वीडियो से जुडी़ खबर को अपलोड करते हुए बताया गया है, ‘मुल्तान से इस्लामाबाद जा रही बस में एक महिला का यौन उत्पीड़न करने वाले व्यक्ति को थप्पड़ मारने का वीडियो वायरल हो गया है।’ पूरी खबर यहाँ देखें। 

इस वीडियो से जुडी़ खबर को Dawn और इन्फ्लिक्ट डॉट कॉम की वेबसाइट पर भी पढ़ा जा सकता है। खबर यहाँ देखें। 

वीडियो से जुड़ी पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज़ ने पाकिस्तान की 92 न्यूज़ के जर्नलिस्ट आरिफ मेहमूद से संपर्क किया और वायरल पोस्ट उनके साथ शेयर की। उन्होंने हमें बताया कि यह पाकिस्तान का एक पुराना वीडियो है।’

वीडियो को फर्जी क्लेम के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की सोशल स्कैनिंग किये जाने पर पता चला कि यूजर प्रशांत सक्सेना मुरादाबाद का रहने वाला है और साल 2011 से एफबी यूजर है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने पाया कि इंडियन मुस्लिम के दावे के साथ वायरल हो रहा यह वीडियो भारत का नहीं, बल्कि पाकिस्तान के इस्लामाबाद का एक पुराना वीडियो है।

False
Symbols that define nature of fake news
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