Fact Check : प्रयागराज की बाढ़ का एक साल पुराना वीडियो अब दिल्‍ली के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि दिल्‍ली के नाम पर वायरल वीडियो प्रयागराज का है। एक साल पुराना यह वीडियो उस वक्‍त काफी वायरल हुआ था।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। उत्तर भारत में बारिश के साथ ही बरसात से जुड़े पुराने वीडियो, तस्‍वीरें फिर से फर्जी दावों के साथ लौट आए हैं। फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप पर एक वीडियो को वायरल करते हुए उसे दिल्‍ली का बताया जा रहा है। वीडियो में एक महिला और आदमी को घर में भरे पानी में स्विमिंग करने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की पड़ताल की। हमें पता चला कि जिस वीडियो को दिल्‍ली का बताकर वायरल किया जा रहा है, दरअसल वह यूपी के प्रयागराज का है।

क्‍या हो रहा है वायरल

ट्विटर हैंडल भक्त (@fuckseculariasm) ने 13 अगस्‍त को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘विश्व स्तरीय स्विमिंग पूल ,एक और वादा पूरा ? कृपया करके केजरीवाल जी का नाम ना लें’

इसी वीडियो को दिल्‍ली का समझकर दूसरे यूजर्स भी लगातार फेसबुक, वॉट्सऐप और ट्विटर पर फैला रहे हैं। वायरल पोस्‍ट का आकाईव वर्जन यहां देख सकते हैं।

पड़ताल

वायरल पोस्‍ट की शुरुआत करने के लिए हमने वीडियो को InVID टूज में अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। इसे जब हमने रिवर्स इमेज में सर्च किया तो हमें सच्‍चाई पता चल गई। वायरल वीडियो कई जगह हमें मिला।

जी न्‍यूज ने 22 सितंबर 2019 को एक खबर में इसका इस्‍तेमाल किया था। इसमें बताया गया कि प्रयागराज में गंगा का पानी जब घरों में घुस गया तो एक परिवार घर में ही डुबकी लगाने लगा। जिसके बाद उनका वीडियो काफी वायरल हो गया।

पड़ताल के दौरान हमें India News के यूट्यूब पर यह वीडियो मिला। इसे 22 सितंबर 2019 को अपलोड किया गया था। वीडियो को लेकर बताया गया कि प्रयागराज में गंगा का पानी घर में घुसने के बाद पति-पत्‍नी का वीडियो वायरल हो रहा है। पूरा वीडियो देखें।

https://www.youtube.com/watch?v=f_xParlW2Oc

वीडियो के बारे में अधिक जानने के लिए हमने प्रयागराज में संपर्क किया। प्रयाग धर्म संघ के अध्‍यक्ष राजेन्द्र पालीवाल ने विश्‍वास न्‍यूज को बताया कि ये वीडियो वर्ष 2019 अगस्त में प्रयागराज में आई बाढ़ का है। तब घर मे पानी प्रवेश करने पर पति-पत्नी तैराकी का आनंद ले रहे थे। उस समय यह वीडियो काफी चर्चित हुआ था। इस वर्ष अभी प्रयागराज में बाढ़ नहीं आई है। गंगा व यमुना का जलस्तर अपेक्षा से कम है।

अंत में हमने प्रयागराज के एक साल पुराने वीडियो को अब दिल्‍ली का बताकर वायरल करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि ट्विटर हैंडल भक्‍त को मई 2020 में बनाया गया। इसे 2960 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि दिल्‍ली के नाम पर वायरल वीडियो प्रयागराज का है। एक साल पुराना यह वीडियो उस वक्‍त काफी वायरल हुआ था।

False
Symbols that define nature of fake news
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