Fact Check : एक साल पुराने लेजर शो के वीडियो को अब अयोध्‍या का बताकर किया गया वायरल, पोस्‍ट फेक है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। इंटरनेट पर मौजूद एक साल पुराने लेजर शो के वीडियो को अब अयोध्‍या का बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। अयोध्‍या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन के बीच सोशल मीडिया में कई प्रकार के झूठ भी फैलाए जा रहे हैं। लेजर शो के एक वीडियो को कुछ लोग इस दावे के साथ वायरल कर रहे हैं कि यह अयोध्‍या का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। जांच में पता चला कि लेजर शो का वायरल वीडियो अप्रैल 2019 से इंटरनेट पर मौजूद है। इसका अयोध्‍या से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज Rasra A Choti Kashi ने 4 अगस्‍त को लेजर शो के एक वीडियो को अपलोड करते हुए उसे अयोध्‍या का बताया। इस पेज के अनुसार, ‘#रामललाआरहेहैं 🎪 अयोध्या में प्रभु श्री राम जी के जन्मभूमि पूजन को लेजर शो का अद्भुत नजारा…😍 जय जय सियाराम 🚩दिन में चकमक… तो रात में जगमग…💥 #जयश्रीराम’

इस वीडियो को दूसरे कई यूजर्स भी अयोध्‍या का बताकर वायरल कर रहे हैं। वायरल पोस्‍ट का फेसबुक और आकाईव वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। इसमें हमें एक लेजर शो नजर आया। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई ग्रैब निकाले। इसके बाद इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया।

हमें यही वीडियो कई यूट्यूब चैनल पर भी मिला। REMIXER VIDEOS नाम के एक यूट्यूब चैनल ने इसी वीडियो को 26 अप्रैल 2019 को अपलोड किया था। वीडियो के कैप्‍शन के अनुसार, वीडियो रामनवमी के अवसर पर हुए लेजर लाइट के कार्यक्रम का है।

ओरिजनल वीडियो हमें दूसरे यूट्यूब चैनल True facts पर भी मिला। इसे 23 अप्रैल 2019 को अपलोड किया गया था।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में दैनिक जागरण के अयोध्या ब्यूरो के प्रभारी रमाशरण अवस्थी से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया, ‘यह वीडियो अयोध्‍या का नहीं है।’

इसके बाद हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक पेज की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक पेज ‘रसड़ा छोटी काशी’ को छह हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इसे 2 नवंबर 2016 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। इंटरनेट पर मौजूद एक साल पुराने लेजर शो के वीडियो को अब अयोध्‍या का बताकर वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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