Fact Check: कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार के एक साल पुराने वीडियो को कर्नाटक चुनाव-प्रचार से जोड़कर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि डीके शिवकुमार के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो एक साल पुराना है और इसका कर्नाटक चुनाव प्रचार से कोई संबंध नहीं है। 

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, डीके शिवकुमार का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वो लड़खड़ा कर चलते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को कर्नाटक चुनाव से जोड़ते हुए शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वो नशे की हालत में लोगों से वोट मांगने के लिए पहुंचे थे। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो एक साल पुराना है और इसका कर्नाटक चुनाव प्रचार से कोई संबंध नहीं है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर Muthu Maran ने 4 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन में लिखा है, “श्री डीके शिवकुमार, डोर टू डोर कैंपेनिंग के दौरान पूरी तरह से नशे में धुत्त दिखे। अगर आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बहुमत मिलता है, तो ये कर्नाटक के सीएम उम्मीदवार हैं।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल 

वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो कन्नड़ न्यूज पब्लिक टीवी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को 9 जून 2022 को शेयर किया गया है। कैप्शन के मुताबिक, डीके शिवकुमार चलते-चलते थक गए।

पड़ताल के दौरान हमें यह वीडियो न्यूज फर्स्ट नामक एक अन्य कन्नड़ यूट्यूब चैनल पर 9 जनवरी 2022 को अपलोड हुआ मिला। इस वीडियो को मेकेदातु पदयात्रा से जुड़ा हुआ बताया गया है। 

मेकेदातु पदयात्रा के बारे में सर्च करने पर हमें 7 नवंबर 2021 को नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक में कांग्रेस ने कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना लागू करने की मांग को लेकर मेकेदातु से बेंगलुरु तक 100 किलोमीटर लंबी पदयात्रा निकालने का फैसला किया था।

अधिक जानकारी के लिए कर्नाटक कांग्रेस के प्रवक्ता सुरव्या अंजुम से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वायरल दावा भ्रामक और हमारे खिलाफ दुष्प्रचार है। अन्य दल हमारी छवि को खराब करने के लिए इस तरह की गलत चीजें फैला रहे हैं। 

हमारी अब तक की पड़ताल से  यह साबित होता है कि डीके शिवकुमार का वीडियो एक साल पुराना है और इसका हालिया कर्नाटक चुनाव से कोई संबंध नहीं है। लेकिन हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं कि वो नशे में थे या नहीं।

पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के पेज को स्कैन किया। यूजर के फेसबुक पर 318 मित्र हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर मेलूर में रहता है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि डीके शिवकुमार के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो एक साल पुराना है और इसका कर्नाटक चुनाव प्रचार से कोई संबंध नहीं है। 

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