Fact Check: अफसरों को फटकार लगाते हुए सीएम योगी का डेढ़ साल पुराना वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

विश्वास न्यूज ने सीएम योगी के वायरल वीडियो को लेकर किए जा रहे दावे की जांच की और पाया यह दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तकरीबन डेढ़ साल पुराना है। वीडियो में सीएम योगी अफसरों द्वारा विधायकों की कॉल को कथित रूप से अनदेखा पर फटकार लगा रहे हैं।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का अंतिम चरण संपन्न हो चुका है। इसी बीच सोशल मीडिया पर 11 सेकेंड का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में योगी आदित्यनाथ कहते हुए नजर आ रहे हैं, “यह गलत है। यह सामान्य शिष्टाचार है कि अगर कोई कॉल करता है, तो हम उसे कॉल बैंक करें। यदि आप व्यस्त हैं नहीं कॉल उठा पाते हैं, तो उस व्यक्ति को कॉल बैक करें।” इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बीजेपी विधानसभा चुनाव में हारने वाली हैं। इसलिए अधिकारियों ने सीएम योगी का फोन उठाना बंद कर दिया है। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को लेकर किए जा रहे दावे की जांच की और पाया यह दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तकरीबन डेढ़ साल पुराना है। वीडियो में सीएम योगी अफसरों द्वारा विधायकों की कॉल को कथित रूप से अनदेखा पर फटकार लगा रहे हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Mohd Sohail Khan ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि बदलाव की आहट! अरे भाई 10 मार्च के बाद मत उठाना अभी तो उठा लिया करो !

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट के आर्काइव्‍ड वर्जन को यहां देखें। एक अन्य यूजर Chandravanshi Rahul Yadav ने भी ऐसे ही मिलते-जुलते दावे को अपने अकाउंट पर शेयर किया है।

पड़ताल –

वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को ध्यान से देखा। हमने पाया कि वीडियो पर R9 न्यूज का लोगो लगा हुआ है। इसके बाद हमने R9 न्यूज के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 26 सितंबर 2020 को अपलोड हुआ प्राप्त हुआ। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, लखनऊ में एक मीटिंग के दौरान सीएम योगी ने अफसरों को विधायकों की कॉल को कथित रूप से अनदेखा पर फटकार लगाई थी। 41 सेकंड से, यूपी के सीएम को यह कहते हुए सुना जा सकता है- “यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है, जो कानपुर और कुछ अन्य क्षेत्रों से भी मेरे ध्यान में लाया गया है। सीएमओ और अन्य अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों के फोन कॉल का जवाब नहीं दिया जाता है।” फिर उन्होंने दो विधायक अरुण पाठक और अभिजीत सांगा का नाम लिया, जिनकी कॉल को नजरअंदाज कर दिया गया और अधिकारियों से फोन करने और उनसे माफी मांगने को कहा। असली वीडियो में एक मिनट 13 सेकेंड पर वायरल वीडियो वाली लाइनों को सुना जा सकता है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक पोस्ट News Times 24 नामक फेसबुक अकाउंट पर 26 सितंबर 2020 को अपलोड हुआ प्राप्त हुआ। यहां पर भी वीडियो को लेकर यही जानकारी दी गई है।

वायरल वीडियो को लेकर हमने यूपी बीजेपी के प्रवक्ता अवनीश त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने इस दावे को फर्जी बताते हुए बीजेपी और योगी के खिलाफ दुष्प्रचार करार दिया। उन्होंने कहा कि हम जीत रहे हैं, इसलिए विपक्षी पार्टियां इस तरह की गलत अफवाहें फैला रही हैं।

विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। यूजर के फेसबुक पर चार सौ से ज्यादा फॉलोअर्स मौजूद हैं। Mohd Sohail Khan उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने सीएम योगी के वायरल वीडियो को लेकर किए जा रहे दावे की जांच की और पाया यह दावा गलत है। वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि तकरीबन डेढ़ साल पुराना है। वीडियो में सीएम योगी अफसरों द्वारा विधायकों की कॉल को कथित रूप से अनदेखा पर फटकार लगा रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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