विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दो महिलाओं के झगड़े का वायरल दावा गलत है। यह वीडियो इंटरनेट पर 2022 से मौजूद है। इस वीडियो का पीएम मोदी के विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर किए गए तंज से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। मणिपुर में हुई घटना को लेकर संसद के मानसून सत्र में लगातार गतिरोध जारी है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘इंडिया’ नाम रख लेने से काम नहीं चलने वाला है। ईस्ट इंडिया कंपनी में भी ‘इंडिया’ था और इंडियन मुजाहिदीन में भी ‘इंडियन’ है। अब इसी से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर दो महिलाओं के झगड़ने का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एक गुस्साई बच्ची अपने माता-पिता से लड़ रही है और ‘इंडिया’ की तुलना इंडियन मुजाहिदीन से करने पर बीजेपी और मोदी के पोस्टर फाड़ रही है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो इंटरनेट पर 2022 से मौजूद है। इस वीडियो का पीएम मोदी के विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर किए गए तंज से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
ट्विटर यूजर ‘शांतनु’ ने 25 जुलाई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए अंग्रेजी में कैप्शन में लिखा है, “एक गुस्साई बच्ची अपने माता-पिता से लड़ रही है और ‘इंडिया’ की तुलना इंडियन मुजाहिदीन से करने पर बीजेपी और मोदी के पोस्टर फाड़ रही है। भारत का भविष्य INDIA के लिए लड़ रहा है।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मिला। वीडियो को 19 अप्रैल 2022 को शेयर किया गया था। वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “नई पीढ़ी को समझ आ जाए कि भविष्य उसी का बिगड़ रहा है तो घर घर में वही होगा जो इस घर में हुआ। शुरुआत हो गयी है।”
पड़ताल के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक न्यूज़ रिपोर्ट जनसत्ता की वेबसाइट पर 20 अप्रैल 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट के अनुसार, “सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि 2 औरतें एक दूसरे से भिड़ रही हैं। इसी बीच एक औरत दीवार पर लगे बीजेपी के पोस्टर को फाड़ देती है, उस पोस्टर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की तस्वीर भी लगी हुई है। पोस्टर फाड़ने के बाद दूसरी महिला उन्हें घसीटने लगती हैं। हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि यह वीडियो कहां का है और महिला के बीच हो रही लड़ाई का कारण क्या है।”
हमने पाया कि यह वीडियो कर्नाटक चुनाव के दौरान भी वायरल हो चुका है। हमने अधिक जानकारी के लिए कर्नाटक के स्थानीय पत्रकार यासीर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा भ्रामक है। यह वीडियो कई बार अलग-अलग दावे के साथ वायरल हो चुका है। कर्नाटक चुनाव के दौरान भी यह वीडियो काफी वायरल था।”
आजतक में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, विपक्षी राजनीतिक दलों ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुटता दिखाई है। कुछ समय पहले 26 दलों ने बैठक कर लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया था। इस गठबंधन का नाम I.N.D.I.A यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस रखा गया है।
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर को करीब 22 हजार लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर दिल्ली का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दो महिलाओं के झगड़े का वायरल दावा गलत है। यह वीडियो इंटरनेट पर 2022 से मौजूद है। इस वीडियो का पीएम मोदी के विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर किए गए तंज से कोई संबंध नहीं है। वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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