Fact Check: सीरियाई बुजुर्ग का मृत बेटे के साथ का वीडियो कश्मीर के नाम पर किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़) जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म किए जाने के बाद से आए दिन सोशल मीडिया पर कश्मीर के नाम से फ़र्ज़ी वीडियो और तस्वीरें वायरल की जा रहीं हैं। विश्वास टीम के हाथ एक वीडियो लगा, जिसे कश्मीर के नाम से पिछले कुछ दिनों से वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो में एक बुज़ुर्ग शख्स और ज़मीन पर पड़े एक नौजवान को देखा जा सकता है। फेसबुक यूजर दावा कर रहे हैं कि यह वीडियो कश्मीर का है, जबकि विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फ़र्ज़ी साबित होता है। वायरल वीडियो कश्मीर का नहीं, बल्कि सीरिया के प्रांत इदलिब के कफरनोबल इलाक़े का है। जहाँ 27 अगस्त 2019 को हुए एक हवाई हमले के बाद एक नौजवान की मौत हो गयी थी।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‎Tahir Khan‎ ने MIM ARMY GROUP RAJASTHAN के पेज पर 4 सितम्बर को एक वीडियो शेयर करते हुए उसका कैप्शन लिखा, ”कश्मीर के अंदर 90 वर्ष के बूढ़े पिता अपने बेटे के शरीर को 2 दिन से दफन नही कर पा रहे है। ये कहाँ का इंसाफ है साहेब #कश्मीर और #कश्मीरियो के साथ #SaveKashmir and #SaveKasmiri”

इस वीडियो को 13,053 लोग शेयर कर चुके हैं और 2 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने वीडियो को लाइक किया है।

पड़ताल

हमने इस वीडियो की पड़ताल शुरू की और सबसे पहले invid टूल के ज़रिये वीडियो के कीफ्रेम्स निकाले और उनका रिवर्स इमेज सर्च किया। सर्च में हमारे हाथ instaphenomenon नाम का एक सोशल मीडिया हैंडल लगा जिसमें mehtadi_a नाम के यूजर ने हूबहू वीडियो से मिलती-जुलती एक तस्वीर शेयर किया हुआ था। तस्वीर को 5 दिन पहले यानी 1 सितंबर को शेयर किया गया है। इस तस्वीर में नज़र आ रहे शख्स और वायरल वीडियो के बुज़ुर्ग को देखने पर साफ़ मालूम होता है की दोनों एक ही हैं। इसके अलावा वीडियो में भी नीली रंग की क़मीज़ पहने नौजवान ज़मीन पर पड़ा है। इसके साथ ही वीडियो को वीडियो नज़र आर ही जगह भी एक ही है।

तस्वीर के साथ दिया गया कैप्शन दूसरी ज़ुबान (अरबी) में था तो हमने गूगल ट्रांसलेट की मदद से उसका अनुवाद हिंदी में में किया। हिंदी में इसका अनुवाद होता है, ”यहाँ से, ईश्वर की रचना के बारे में सबसे अधिक जानकारी पुतिन और लेवंत के जानवर, बशर अल-असद को दी गई है। #सीरिया”. यह अनुवाद हमें ज़्यादा विश्वसनीय तो नहीं लगा लेकिन #सीरिया से यह बात पता चली की यूजर ने इस तस्वीर को सीरिया की बता कर शेयर किया है।

शुरुआती तौर पर इस तस्वीर को सीरिया की मानकर हमने पड़ताल जारी की और हमारे हाथ कुछ ऐसे लिंक लगे, जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था।

इसी सर्च में हमारे हाथ shaam.org नाम का लिंक लगा, जिसमें भी इसी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। 29 अगस्त 219 को छपी इस ख़बर की सुर्खी का हमने अनुवाद किया जिसके बाद इसकी सुर्खी होती है, ”प्रतिक्रिया समन्वयक रोते हैं इदलिब प्रांत के लोगों के लिए पर्याप्त हत्या और विस्थापन”.

हमने अपना सर्च जारी रखा और हमें @salwaabdalrahmn की तरफ से 27 अगस्त को किया हुआ एक ट्वीट मिला जिसका हमने हिंदी में अनुवाद किया और यह कुछ इस तरह है, ”एक बूढ़े व्यक्ति ने आज अपने बेटे को इदलिब के दक्षिण में काफ्रनोबल शहर में हुए हमले में खो दिया।”

अब हमने पिछले दिनों सीरिया में हुए तमाम हमलों की तस्वीरें और वीडियो को तलाश करना शुरू किया और सबसे पहले 20 अगस्त 2019 से लेकर 31 अगस्त 2019 तक की टाइमलाइन सेट की। इस सर्च में हमारे हाथ enabbaladi.net ख़बर का लिंक लगा इस ख़बर को 27 अगस्त 219 को छापा गया था। ख़बर का गूगल ट्रांसलेट की मदद से हमने अनुवाद किया और हमें मालूम हुआ कि सीरिया के इदलिब में अल-बयौश नाम के एक बुजुर्ग शख़्स ने एक हवाई हमले में अपना तीसरा बेटा निहाद को भी खो दिया।

गूगल ट्रांसलेट की मदद से किये गए पूरी ख़बर का अनुवाद नीचे देख सकते हैं।

इसी ख़बर में एक ट्वीट भी एमबिड नज़र आया। इस ट्वीट में भी उसी वायरल तस्वीर को देखा जा सकता है। ये ट्वीट 27 अगस्त को @SyriaCivilDefe के वेरिफाइड हैंडल से किया गया है। ये ट्वीट भी अरबी ज़बान में था जिसका हमने अनुवाद किया और इनको हिंदी में कुछ इस तरह पढ़ेंगे। ”अल-बयौश, आज सुबह काफ़र नबील के शहर पर रॉकेट की गोलाबारी की चपेट में आने के बाद अपने बेटे शहीद के शव के पास बैठा है। निहद वोह तीसरा बच्चा है जो शहीद हुआ।”

हमने इस वीडियो को यूट्यूब पर पर भी तलाश करने की कोशिश की और हमारे सर्च में हमें अब्दुल करीम (عبد الكريم الحلبي) की तरफ से 27 अगस्त 2019 को अपलोड किया वही वीडियो मिला जिसे अब कश्मीर के नाम से वायरल किया जा रहा है। वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन के हिंदी अनुवाद के मुताबिक़, ”सीरिया के दक्षिणी इलाक़े इदलिब के काफ़रानबेल शहर में रूसी हवाई हमले के बाद एक 90 वर्षीय पिता ने अपने दूसरे बेटे को विदाई दी”

पड़ताल में यह तो पता चल चुका था कि यह वीडियो कश्मीर का नहीं, बल्कि सीरिया के इदलिब का है। खबर को पुख्ता करने के लिए जम्मू और कश्मीर के सीनियर रिपोर्टर राहुल शर्मा के साथ वीडियो शेयर किया और उन्होंने वीडियो को लेकर एडीजीपी (लॉ एंड आर्डर) मुनीर खान से बात की। एडीजीपी ने कहा, ”कश्मीर की नाम से वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरें फ़र्ज़ी हैं और कुछ ही दिनों में हम एक टीम गठित करेंगे जो फ़र्ज़ी वायरल हो रही चीज़ों पर काम करेगी।”

निष्कर्ष: विश्वास टीम की पड़ताल में कश्मीर के नाम से वायरल हो रहा वीडियो फ़र्ज़ी साबित होता है। वीडियो कश्मीर का नहीं, बल्कि सीरिया के प्रांत इदलिब के कफर नोबल इलाक़े का है, जहाँ 27 अगस्त को हुए एक हवाई हमले में इस बुजुर्ग शख़्स ने अपना बेटा खो दिया था।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट