Fact Check: स्मृति ईरानी के मंच से गिरने का पुराना वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

विश्वास न्यूज ने स्मृति ईरानी के वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि वायरल वीडियो का हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। यह घटना साल 2014 के आम चुनाव के समय अमेठी में स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी।

Fact Check: स्मृति ईरानी के मंच से गिरने का पुराना वीडियो गलत दावे के साथ हुआ वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में स्मृति ईरानी मंच से गिरती हुई नजर आ रही है। इस वीडियो को उत्तर प्रदेश चुनाव से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर इस तरीके से शेयर किया जा रहा है कि हाल ही में अमेठी में एक चुनावी रैली करने गई स्मृति ईरानी मंच से गिर गई। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि वायरल वीडियो का हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। यह घटना साल 2014 के आम चुनाव के समय अमेठी में स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Husain Mew ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि आज अमेठी में ट्रक से नीचे गिरी स्मृति ईरानी।

यूजर द्वारा शेयर की गई पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आकाईव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है। एक अन्य फेसबुक यूजर मनीष सिंह ने भी ऐसे ही मिलते-जुलते दावे को अपने अकाउंट पर शेयर किया है। मनीष सिंह ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि अमेठी की इज्जत आज गिरते-गिरते बची या गिर गई? हदय की चोट किसी को लगनी चाहिए थी क्योंकि सास भी कभी बहु थी।

पड़ताल –

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो को गौर से देखा और पाया कि वीडियो में एनडीटीवी नामक चैनल का लोगो लगा हुआ है। इसके बाद हमने एनडीटीवी के यूट्यूब चैनल को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें असली वीडियो 7 अप्रैल 2014 को अपलोड मिला। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, स्मृति ईरानी 2014 आम चुनाव के लिए अमेठी से भाजपा की उम्मीदवार थी और वो अमेठी में रैली करने के लिए पहुंची थी। इसी दौरान मंच से नीचे उतरते हुए वह नीचे गिर गई। हालांकि, इस घटना में स्मृति ईरानी को कोई चोट नहीं आई थी।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें स्मृति ईरानी द्वारा की गई इस रैली से जुड़ी एक रिपोर्ट अमर उजाला की वेबसाइट पर 07 अप्रैल 2014 को प्रकाशित मिली। इस रिपोर्ट में स्मृति ईरानी की इस रैली की कुछ अन्य तस्वीरें देखी जा सकती हैं। इनके बाद ये साफ होता है कि वायरल वीडियो पुराना है और इसका यूपी चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।

अधिक जानकारी के लिए हमने अमेठी दैनिक जागरण के जिला प्रभारी संजय तिवारी से संपर्क किया। हमने वॉट्सऐप के जरिए वायरल वीडियो को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह वीडियो साल 2014 का है, जिसे गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इसका हालिया उत्तर प्रदेश चुनाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने हमें आगे बताया कि आज पीएम मोदी और स्मृति ईरानी रैली करने के लिए अमेठी पहुंचे हैं। उन्होंने हमारे साथ रैली की कुछ तस्वीरों को भी शेयर किया।

पड़ताल के अंत में हमने दावे को शेयर करने वाले फेसबुक Husain Mew के अकाउंट की स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि फेसबकु पर यूजर के 4.9 K फ्रेंड्स मौजूद हैं। Husain Mew को सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने स्मृति ईरानी के वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि वायरल वीडियो का हालिया चुनाव से कोई संबंध नहीं है। यह घटना साल 2014 के आम चुनाव के समय अमेठी में स्मृति ईरानी के चुनाव प्रचार के दौरान हुई थी।

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