Fact Check : राजस्‍थान के दौसा में पुलिसवालों के ई-रिक्‍शा पलटने का पुराना वीडियो अब यूपी के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फेक साबित हुई। राजस्‍थान के दौसा जिले के पुराने वीडियो को अब कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। यूपी विधानसभा चुनाव की गतिविधियों के बीच सोशल मीडिया पर 21 सेकंड का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इसमें यूपी की स्‍मार्ट स‍िटी पर तंज कसा गया है। वायरल वीडियो में कुछ पुलिसकर्मियों को पानी से भरी सड़क पर ई-रिक्‍शा में बैठकर जाते हुए देखा जा सकता है। अचानक से ई-रिक्‍शा पलट जाता है। इस वीडियो को अब सोशल मीडिया यूजर्स यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। पड़ताल में मालूम हुआ कि जिस वीडियो को यूपी का बताया जा रहा है, दरअसल वह राजस्‍थान के दौसा का पुराना वीडियो है। इस वीडियो में अलग से आवाज जोड़कर यूपी का बताकर वायरल किया गया। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फेक साबित होती है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर शोएब ने 23 जनवरी को एक वीडियो अपने अकाउंट पर अपलोड किया गया। वीडियो को यूपी का बताते हुए तंज कसते हुए लिखा गया : ‘उत्तर प्रदेश की स्मार्ट सिटी में आप का स्वागत है।’

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्‍ट का आकाईव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की शुरुआत ऑनलाइन टूल्‍स से की। सबसे पहले InVID टूल में वायरल वीडियो को अपलोड किया गया। इससे कई कीफ्रेम्‍स निकाले गए। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल के जरिए सर्च किया गया। सर्च के दौरान हमें एक स्‍थानीय समाचार की वेबसाइट पर एक खबर मिली। इस खबर में वायरल वीडियो के एक ग्रैब को इस्‍तेमाल किया गया था। चार महीने पहले पब्लिश इस खबर में बताया गया, ‘दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे में बारिश के बाद सड़क पर पानी भर गया। ऐसे में राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां हुए एक हादसे में पुलिसकर्मियों की जान पर बन आई। हुआ यूं कि पुलिस थाने के चालानी गार्ड ऑटो से कोलाना जेल की ओर जा रहे थे। इस दौरान आगरा फाटक के पास करीब 3 फीट से ज्यादा पानी था। ऐसे में ऑटो एक गड्ढे में फंस गया और पलट गया। हादसे में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है।’ पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को जारी रखा। खबर के आधार पर हमने यूट्यूब पर संबंधित कीवर्ड से सर्च को शुरू किया। नवभारत टाइम्‍स के यूट्यूब चैनल पर ओरिजनल वीडियो मिला। इसे 2 अक्‍टूबर 2021 को अपलोड किया गया था। इसमें बताया गया कि दौसा में बारिश के पानी से भरी रोड़ पर पुलिस वालों को ले जा रहा ई-रिक्‍शा पलट गया। पूरा वीडियो यहां देखें।

पड़ताल के दौरान ही हमें यूपी पुलिस के फैक्‍ट चेक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट मिला। एक पुरानी पोस्‍ट का जवाब देते हुए इसमें बताया गया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर, जनपद दौसा, राजस्थान से संबंधित है। कृपया बिना सत्यापन के भ्रामक पोस्ट कर अफवाह न फैलायें।

यूपी पुलिस फैक्‍ट चेक के ट्विटर हैंडल से यह जवाब 3 अक्‍टूबर 2021 को किया गया था। मतलब साफ था कि वायरल वीडियो पहले भी यूपी के नाम से वायरल हो चुका है। जिसका यूपी पुलिस को खंडन करना पड़ा था।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने राजस्‍थान के वरिष्‍ठ पत्रकार मनीष गोधा से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो राजस्‍थान के दौसा जिले का ही है। इसका यूपी से कोई संबंध नहीं है।

अब हमें यह जानना था कि राजस्‍थान के वीडियो को यूपी का बताकर वायरल करने वाला फेसबुक यूजर कौन है। सोशल स्‍कैनिंग से पता चला कि फेसबुक यूजर शोएब ने खुद को कानपुर का बताया हुआ है। इसके प्रोफाइल को पांच सौ से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फेक साबित हुई। राजस्‍थान के दौसा जिले के पुराने वीडियो को अब कुछ लोग यूपी का बताकर वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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