Fact Check : पीएम मोदी की बंगाल की रैली के पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके फिर से किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पीएम मोदी का वायरल वीडियो एडिटेड निकला। ओरिजनल वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके उसमें भीड़ को ब्‍लर किया गया था। साथ में एक फिल्‍मी सॉन्‍ग को जोड़ा गया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। यूपी समेत देश के पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के बीच सोशल मीडिया में एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍हें हाथ हिलाते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि पीएम मोदी खाली मैदान में हाथ हिला रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी इस वीडियो की जांच की थी। दरअसल पीएम मोदी के जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा है, वह एडिटेड है। असली वीडियो में भीड़ को देखा जा सकता है। हमारी पड़ताल में पता चला कि पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी के एक वीडियो को एडिट करके झूठे दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर यूसुफ राजपूत ने एक ग्रुप में 21 सेकंड को एक वीडियो को अपलोड किया। 14 जनवरी को अपलोड इस वीडियो को लेकर यूजर ने लिखा : ‘भला खाली मैदान में ऐसी हरकतें कौन करता है भई।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आकाईव्‍ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। इसमें एक फिल्‍मी सॉन्‍ग को जोड़कर पीएम मोदी का मजाक उड़ाने की कोशिश की गई। जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने InVID टूल में वायरल वीडियो को अपलोड करके कई ग्रैब्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल में खोजना शुरू किया। ओरिजनल वीडियो हमें भाजपा के ट्विटर हैंडल के अलावा कुछ मीडिया यूट्यूब अकाउंट पर भी मिले। 1 अप्रैल 2021 को भाजपा ने ओरिजनल वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा कि बंगाल के जयनगर में पीएम मोदी की रैली का एक सीन। ओरिजनल वीडियो नीचे देखें।

ओरिजनल वीडियो टाइम्‍स ऑफ इंडिया के यूट्यूब चैनल पर भी मिला। इसे 1 अप्रैल 2021 को अपलोड किया गया था। वीडियो में साफतौर पर दूसरे साइड जनता को देखा जा सकता है। वीडियो के कैप्‍शन में लिखा गया गया कि जयनगर की रैली के रास्‍ते में पीएम मोदी का भव्‍य स्‍वागत।

https://www.youtube.com/watch?v=lhn7S9157xc&t=53s

पड़ताल के अगले चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने पश्चिम बंगाल के दैनिक जागरण ब्‍यूरो चीफ जेके वाजपेयी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने बताया कि यह एडिटेड है। असली वीडियो बंगाल की एक रैली का है। वहां काफी भीड़ थी।

पड़ताल के अंतिम चरण में यह जानना था कि पीएम मोदी के ओरिजनल वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल करने वाला यूजर कौन है। फेसबुक यूजर यूसुफ राजपूत की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यूजर को 1473 लोग फॉलो करते हैं। इनके अकाउंट पर वायरल कंटेंट ज्‍यादा मिला।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पीएम मोदी का वायरल वीडियो एडिटेड निकला। ओरिजनल वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके उसमें भीड़ को ब्‍लर किया गया था। साथ में एक फिल्‍मी सॉन्‍ग को जोड़ा गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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