Fact Check: PM मोदी के पुराने वीडियो को फर्जी और मनगढ़ंत दावे के साथ किया गया वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ज्योति मौर्या केस से जोड़कर वायरल किए जा रहे पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के वायरल वीडियो पुराने हैं। वीडियो को एडिट कर अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check: PM मोदी के पुराने वीडियो को फर्जी और मनगढ़ंत दावे के साथ किया गया वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी की चर्चित सरकारी अधिकारी ज्‍योति मौर्या पिछले कई दिनों से मीडिया की सनसनी बनी हुई हैं। सोशल मीडिया पर ज्योति मौर्या से जोड़कर कई वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। इसी से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के एक पुराने वीडियो को वायरल किया जा रहा है। फेसबुक यूजर्स फेक दावों के साथ वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि वीडियो में पीएम मोदी एसडीएम ज्योति मौर्या के बारे में बोल रहे हैं। ऐसे ही एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि गृह मंत्री अमित शाह ने ज्योति मौर्या पर बयान दिया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इन सभी दावों को फर्जी और गुमराह करने वाला पाया। सोशल मीडिया पर गलत दावों के साथ वायरल हो रहे  दोनों वीडियो पुराने है। वीडियो में इस्तेमाल किया गया वीडियो साल 2023 के बजट सेशन के दौरान का है, जिसमें पीएम मोदी अपनी पार्टी द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बता रहे हैं। वहीं, गृह मंत्री अमित शाह के नाम से वायरल किया जा रहा वीडियो साल 2019 का है, जिसमें उन्हें एनआरसी के बारे में बोलते हुए देखा जा सकता है। दोनों ही वीडियो को अब गलत दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक पेज‘Bhakt News’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “SDM ज्योति मौर्या के बारे में PM नरेंद्र मोदी का बड़ा ब्यान देखिए लाइव |jyoti maurya sdm alok maurya”

ऐसे ही अन्य फेसबुक पेज ‘Haqeeqat Ka Manzar’ (आर्काइव लिंक) ने गृह मंत्री अमित शाह से जुड़े वीडियो को शेयर किया है और दावा किया है, “SDM ज्योति मौर्या पर अमित शाह का बड़ा ऐलान देखिए लाइव ll alok jyoti mauriya case llsdm jyoti mauriya”

पड़ताल

वायरल वीडियो में किए जा रहे दावों की पड़ताल के लिए हमने संबंधित कीवर्ड से सर्च किया,क्योंकि पीएम मोदी और अमित शाह का ज्योति मौर्या केस में कोई बयान देना अपने आप में बड़ी खबर है। हालांकि, सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से वायरल वीडियो की पड़ताल की। इस दौरान हमें यह वीडियो ‘संसद टीवी’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 9 फरवरी 2023 को अपलोड मिला। वीडियो संसद के बजट सत्र के दौरान का है। वीडियो में वायरल वीडियो को 1:21:51 से लेकर 1:22:06 के बीच में देखा जा सकता है।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने वायरल वीडियो में मौजूद पीएम मोदी के भाषण के वीडियो को सर्च किया। हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज पर अपलोड किया। इस दौरान हमें ‘भारतीय जनता पार्टी’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर उनके इस संबोधन का वीडियो मिला, जो 4 मार्च 2019 को अपलोड किया गया था। वीडियो गुजरात के अहमदाबाद में नए सिविल, कैंसर और नेत्र अस्पतालों के उद्घाटन के दौरान का है। वायरल वीडियो को 1:18:27 से लेकर 1:19:13 के बीच में देखा जा सकता है।

पड़ताल में आगे हमने गृह मंत्री अमित शाह के नाम से वायरल हो रहे वीडियो के बारे में सर्च किया। हमें ‘द इकोनॉमिक्स टाइम्स’ के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट अपलोड मिली। 10 दिसंबर 2019 को अपलोड वीडियो में अमित शाह एनआरसी पर बोल रहे हैं। वीडियो के एक हिस्से को काटकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

दोनों वायरल वीडियो को लेकर हमने उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता अवनीश त्यागी से बातचीत की। वायरल दावे का खंडन करते हुए उन्होंने कहा, “यह दावा गलत है। वीडियो पुराने हैं। एडिटेड वीडियो को वायरल किया जा रहा है।

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि पेज के तकरीबन 104K फॉलोअर्स  हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि ज्योति मौर्या केस से जोड़कर वायरल किए जा रहे पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के वायरल वीडियो पुराने हैं। वीडियो को एडिट कर अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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