Fact Check: बुज़ुर्ग के साथ हुई मारपीट का एक साल पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ हो रहा है वायरल

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया। इस वीडियो में बुज़ुर्ग के साथ मारपीट कर रहा व्यक्ति सरपंच नहीं हैं और यह वीडियो लगभग एक साल पुराना है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग एक बुज़ुर्ग सिख व्यक्ति के साथ मारपीट करते हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में तरनतारन जिले के अधीन पड़ते गांव भौजीयां के सरपंच इस बुज़ुर्ग के साथ मारपीट कर रहे हैं।

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया। इस वीडियो में बुज़ुर्ग के साथ मारपीट कर रहा व्यक्ति सरपंच नहीं हैं और यह वीडियो लगभग एक साल पुराना है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूज़र Raman Kumar ने इस वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा (डिस्क्रिप्शन का हिंदी अनुवाद): यह देखो करतूतें भौजीयां (नज़दीक झबाल) गांव के कांग्रेसियों की। इन्होंने आज एक बुज़ुर्ग बूटा सिंह की बहुत बेहरमी से मारपीट की। इसका कसूर सिर्फ विकास कामों के न होने पर आवाज़ उठाना था! अब तक इस कांग्रेसी सरपंच पर MLA के कहने पर कोई कार्रवाई नहीं की पुलिस ने?! क्या गुंडा राज बन गया है तरनतारन हल्का??? मेहरबानी करके वीडियो इतनी शेयर करो कि दोषी पकड़े जाएं। गुंडागर्दी लाई हुई है संदीप अग्निहोत्री और उसके कुछ गुंडे सरपंच और चमचों ने??? पूछो जरूर इनको जागती जमीर वाले??? बारी सबकी आ सकती है अगर हम ना बोले इस गुंडागर्दी के विरुद्ध!

इस पोस्ट का फेसबुक और आर्काइव्ड लिंक।

पड़ताल

पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने इस वीडियो और पोस्ट पर आए कमेंट्स को ध्यान से देखा। Rashpal Singh नाम के यूज़र ने इस मामले को लेकर सरपंच के बयान वाली न्यूज़ कटिंग लगाई हुई थी। पंजाब टाइम्स अख़बार की इस न्यूज़ कटिंग में तरनतारन जिले के अधीन पड़ते गांव भौजीयां के सरपंच हरपाल सिंह ने इस मामले को लेकर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि इस वीडियो में वो नहीं हैं और यह वीडियो हालिया भी नहीं है। सरपंच चुनाव के दौरान हुई मारपीट का यह वीडियो पुराना है जब अकाली और कांग्रेसी वर्कर आपस में भीड़ गए थे। इस वीडियो का MLA से भी कोई लेना-देना नहीं है।

अब हमने इस मामले को लेकर झबाल गांव पुलिस स्टेशन के SHO शमिंदरजीत सिंह से सम्पर्क किया। शमिंदरजीत ने हमारे साथ बात करते हुए यह कन्फर्म किया कि यह वीडियो हालिया नहीं, बल्कि 2019 का है।

अब हमने इस मामले को लेकर हमारे सहयोगी पंजाबी जागरण के तरनतारन जिला इंचार्ज जसपाल सिंह से सम्पर्क किया। जसपाल ने हमारे साथ बात करते हुए बताया कि यह वीडियो हालिया नहीं, बल्कि एक साल पुराना है और इस वीडियो में सरपंच भी नहीं है। जसपाल ने हमारे साथ इस मामले की पूरी जानकारी के लिए पंजाबी जागरण के झबाल से रिपोर्टर तजिंदर सिंह का नंबर शेयर किया। तेजिंदर ने हमारे साथ मामले की FIR शेयर करते हुए बताया, “यह मामला ठीक एक साल पुराना है जब बूटा सिंह अपने भाई के साथ घरेलू जमीनी विवाद को लेकर कोर्ट से घर आ रहा था। बीच रास्ते में इनको बोलेरो गाड़ी ने टक्कर मारी और गाड़ी से निकले गुंडों ने दोनों भाइयों को बुरी तरह पीटा। यह मामला आपसी रंजिश और सरपंच चुनाव के दौरान हुई मारपीट का है, जिसका थाना झबाल स्थित मुकदमा नंबर 4, 08/01/2019 को हुआ था।”

तेजिंदर ने हमारे साथ वीडियो में दिख रहे बुज़ुर्ग व्यक्ति बूटा सिंह का नंबर भी शेयर किया। बूटा सिंह ने विश्वास टीम के साथ बात करते हुए बताया, “यह मामला ठीक एक साल पुराना है जब मेरे साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी। पिछले साल कोर्ट से लौटते समय कुछ लोगों ने बीच रास्ते में हमें गाड़ी से टक्कर मारी और हमारे साथ मारपीट की।” इस वीडियो में सरपंच के होने को लेकर सवाल पूछे जाने पर बूटा सिंह ने बताया, “इस वीडियो में सरपंच नहीं था।

अब हमने इस मामले को लेकर तरन तारन जिले के अधीन पड़ते गांव भौजीयां के सरपंच हरपाल सिंह से बात की। हरपाल ने हमारे साथ बात करते हुए साफ़ किया कि इस वीडियो में वो नहीं हैं और यह वीडियो लगभग एक साल पुराना है। किसी शरारती तत्व ने उन्हें बदनाम करने के लिए वीडियो से उनका नाम जोड़ दिया।

अब बारी थी इस वीडियो को गुमराह करते दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक अकाउंट Raman Kumar की सोशल स्कैनिंग करने की। इस अकाउंट के  2,793 फेसबुक मित्र हैं और यह अकाउंट पंजाब से जुडी खबरों को ज्यादा शेयर करता है।

https://www.instagram.com/p/CFEWCgMHbwV/

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया। इस वीडियो में बुज़ुर्ग के साथ मारपीट कर रहा व्यक्ति सरपंच नहीं हैं और यह वीडियो लगभग एक साल पुराना है।

Misleading
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