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Fact Check: गुमशुदा बच्‍ची का पुराना वीडियो मंगलौर का बता कर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। मैंगलोर भिखारियों की कहानी के साथ वायरल हो रहा यह वीडियो दरअसल नई दिल्ली के जैतपुर गुरुद्वारे का है। और वीडियो में दिख रही बच्ची उसी दिन अपने परिवार से मिल गई थी, जिस दिन वह खोई थी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक व्यक्ति की गोद में छोटी बच्‍ची है और वीडियो बनाने वाला व्यक्ति लोगों से अपील कर रहा है कि यह बच्‍ची अपनों से बिछड़ गई है, इसे इसके परिवार से मिलाने में मदद करें। वीडियो को फेसबुक पर अपलोड करके लोग दावा कर रहे हैं कि यह बच्‍ची कथित तौर पर कर्नाटक के मैंगलोर में कुछ भिखारियों के पास से पायी गयी। विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। मैंगलोर भिखारियों की कहानी के साथ वायरल हो रहा यह वीडियो दरअसल नई दिल्ली के जैतपुर गांव गुरुद्वारे का है। और वीडियो में दिख रही बच्ची उसी दिन अपने परिवार से मिल गई थी, जिस दिन वह खोई थी।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर Dinesh Raval ने इस वीडियो को अपलोड करते हुए गुजराती में लिखा : “આ  નાનકડી બાળકી  મેંગલોર  ( દક્ષિણ ભારત)  મા ભિખારીઓના જૂથમા છે. આ સંદેશાનો ખૂબ જ ફેલાવો કરો. આ બાળકી તેનુ નામ બોલી શકે છે, અને તે તેનુ નામ સોનલ બિપીન પટેલ બતાવે છે. આ ફોટા સાથેની પોષ્ટનો દરેક ગ્રુપમા જાણ કરો.તેની સાથે રહેલ ભિખારીઓ મુબઈથી ટ્રેનમાંથી મળી છે તેવુ બતાવે છે. આપણા પ્રયત્નોથી તે કદાચ તેના અસલી મા-બાપ પાસે પહોંચી શકે છે.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “यह छोटी बच्ची मैंगलोर (दक्षिण भारत) में भिखारियों के एक समूह की है। प्रचार कीजिये। यह लड़की अपना नाम बोल सकती है, और वह अपना नाम सोनल बिपिन पटेल बताती है। प्रत्येक समूह को इस फोटो के साथ पोस्ट की रिपोर्ट करें। हमारे प्रयासों से, वह अपने असली माता-पिता तक पहुंच सकती है।”

पड़ताल

वायरल वीडियो की जांच के लिए हमने इस वीडियो को पूरा देखा और सुना। वीडियो में एक जगह रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति बोल रहा है कि यह जैतपुर की बात है। ढूंढ़ने पर हमें पता चला कि जैतपुर दिल्ली में एक इलाका है।

हमने वायरल वीडियो को InVID टूल में अपलोड करके कई ग्रैब निकाले और फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज में “Jaitpur+Missing Girl” कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। हमें यह वीडियो हमें एक फेसबुक पोस्ट में मिला। जिसमें कहा गया था कि वीडियो में दिख रही लड़की दिल्ली के जैतपुर गांव गुरुद्वारे में पाई गई है। इस वीडियो को 1 जनवरी 2021 को अपलोड किया गया था। साथ में लिखा था, “एक बच्ची मिली हुई है जैतपुर गाँव दिल्ली मे ये जिस किसी भाई की बच्ची है, वहा के गुरूद्वारे मे जाकर मिले l दोस्तों वीडियो ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।

इसके बाद हमने जैतपुर गुरुद्वारे में कॉल किया। हमारी बात ज्ञानी पुरण सिंह जी से हुई। उन्होंने कन्फर्म किया कि यह वीडियो जैतपुर गुरुद्वारे का ही है। जब एक प्रोग्राम के दौरान कुछ लोग इस बच्ची को ले आये थे, जो खो गयी थी। उन्होंने बताया कि गुरूद्वारे के सेवकों ने बच्ची का वीडियो कम्युनिटी में फैला दिया था और बाद में बच्ची की माँ आकर उसे ले गयी थी।

हमने इंटरनेट पर कीवर्ड्स की मदद से ढूंढा कि क्या मंगलौर में हाल में ऐसी कोई खबर सामने आयी है। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने Dinesh Raval नाम के फेसबुक अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की। यूजर अहमदाबाद का रहने वाला। है

निष्कर्ष: विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। मैंगलोर भिखारियों की कहानी के साथ वायरल हो रहा यह वीडियो दरअसल नई दिल्ली के जैतपुर गुरुद्वारे का है। और वीडियो में दिख रही बच्ची उसी दिन अपने परिवार से मिल गई थी, जिस दिन वह खोई थी।

  • Claim Review : This little girl is in the group of beggars in Mangalore (South India). Spread this message a lot. This child can speak her name, And he shows his name * Sonal Bipin Patel Report the post with this photo in every group. It shows that the beggars with him have been found from the train from Mumbai. With our efforts he may reach his real parents.
  • Claimed By : Dinesh Raval
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