Fact Check : एक्‍सीडेंट में मारे गए इंसान के शव के साथ बदसलूकी का पुराना वीडियो भ्रामक तरीके से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल वीडियो का कोरोना महामारी से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो नवंबर 2020 का है। वीडियो में दिख रहा शव एक्‍सीडेंट में मारे गए एक इंसान का है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक कुत्ते को एक शव के पास देखा जा सकता है। इस वीडियो को सोशल मीडिया यूजर्स ऐसे वायरल कर रहे हैं कि कोरोना महामारी के कारण अब लाशों को कुत्ते खाने लगे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने इसकी पड़ताल की तो यह दावा भ्रामक साबित हुआ। वायरल वीडियो नंवबर 2020 में यूपी के संबल सरकारी अस्‍पताल में एक्‍सीडेंट में मारे गए एक इंसान के शव के साथ बदसलूकी का है। इसका कोरोना के वर्तमान संकट से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर सोमी सलमान ने 20 अप्रैल को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘Ye dekho ye to hadd hogai ab lashon ko kutte khane lag hain…!!!’

इस पोस्‍ट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही पेश किया गया है। इस वीडियो को कोरोना महामारी का समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत के संबंधित कीवर्ड को गूगल में सर्च करना शुरू किया। शुरुआती सर्च के दौरान वायरल वीडियो हमें कई वेबसाइट और यूट्यूब चैनलों पर मिला।

हरिभूमि की वेबसाइट पर 26 नवंबर 2020 को अपलोड एक खबर में वायरल वीडियो को यूपी के संभल जिले का बताया गया। खबर में बताया गया कि अस्‍पताल की लापरवाही से शव को एक कुत्ता नोंचने लगा। पूरी खबर यहां पढ़ें।

पड़ताल के दौरान हमें यह वीडियो जी न्‍यूज और एनडीटीवी की वेबसाइट पर भी मिला। जी न्‍यूज की वेबसाइट पर इसे 26 नवंबर 2020 को पोस्‍ट करते हुए लिखा गया कि संभल जिला अस्‍पताल में लापरवाही के कारण स्‍ट्रेचर पर रखे शव को कुत्ते नोंचने लगे। पूरी खबर यहां देखें।

इसी तरह एनडीटीवी की वेबसाइट पर भी इससे संबंधित खबर और वीडियो मिला। इसे 27 नवंबर 2020 को पोस्‍ट किया गया था। पूरा वीडियो यहां देखें।

विश्‍वास न्‍यूज ने इस संबंध में संभल के सीएमओ अजय कुमार सक्सेना से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि कुछ महीने पहले सड़क हादसे में मारे गए किसी का शव अस्पताल में रखा था। तभी एक कुत्ते ने शव से कपड़ा खींच लिया था। उस वक्त मामले की जांच करते हुए सफाई कर्मचारी प्रदीप सिरस्वाल को निलंबित किया गया था।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में अब तक यह साबित हो चुका था कि जिस मैसेज के साथ पांच महीने पुराने वीडियो को वायरल किया जा रहा है, वह भ्रम पैदा करने वाला है। इस वीडियो का कोरोना महामारी से कोई संबंध नहीं है। यह एक सड़क हादसे में मारे गए इंसान के शव के साथ हुई शर्मनाक घटना का वीडियो है।

पड़ताल के अंत में हमने भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। इसकी सोशल स्‍कैनिंग से हमें पता चला कि फेसबुक यूजर सोमी सलमान कर्नाटक के गुलबर्गा का रहने वाला है। इसके 232 फ्रेंड हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल वीडियो का कोरोना महामारी से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो नवंबर 2020 का है। वीडियो में दिख रहा शव एक्‍सीडेंट में मारे गए एक इंसान का है।

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