Fact Check : महंगाई के खिलाफ ममता बनर्जी के प्रदर्शन का पुराना वीडियो फर्जी दावे से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट का दावा फर्जी निकला। वायरल वीडियो ममता बनर्जी को स्कूटी सिखाने के लिए सड़क बंद करने का नहीं है, बल्कि फरवरी 2021 में ममता बनर्जी इलेक्‍ट्र‍िक स्‍कूटी के माध्‍यम से बढ़ते फ्यूल के दामों के खिलाफ प्रोटेस्‍ट में शामिल हुई थीं। वीडियो उसी दौरान का है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्‍हें स्‍कूटी चलाते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ममता बनर्जी को स्कूटी सिखाने के लिए पूरी सड़क बंद कर दी। पूरा प्रशासन उन्हें स्कूटी सिखाने में लगा था।

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी इस वीडियो की जांच की थी। पड़ताल में पता चला कि देशभर में पेट्रोल-डीजल व एलपीजी सिलेंडर के बढ़ते दामों के खिलाफ ममता बनर्जी एक प्रदर्शन में शामिल हुई थीं। वीडियो उसी दौरान का है। इस वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह बेबुनियाद है। ओरिजनल वीडियो 25 फरवरी 2021 का है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर मनीष शर्मा ने 24 जून को 56 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया : ‘ममता बनर्जी को स्कूटी सिखाने के लिए पूरी सड़क बंद कर दी, और पूरा प्रशासन उन्हें स्कूटी सिखाने में लगा है।’

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच समझकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट में किए जा रहे दावे की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले इस वीडियो से कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। संबंधित वीडियो और खबरें हमें कई वेबसाइट पर मिलीं। इकोनॉमिक्‍स टाइम्‍स की वेबसाइट पर 25 फरवरी 2021 को पब्लिश वीडियो में बताया गया कि ममता बनर्जी पेट्रोल-डीजल व एलपीजी सिलेंडर के बढ़ते दामों के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रही थीं। उन्होंने इस दौरान इलेक्ट्रिक स्कूटर चला कर अपना विरोध जाहिर किया। वीडियो में ममता बनर्जी का बैलेंस भी बिगड़ते हुए देखा जा सकता है। इतना ही नहीं, वायरल वीडियो और इस वेबसाइट में इस्‍तेमाल किए गए वीडियो में स्‍कूटी का कलर, ममता बनर्जी के आसपास के लोगों के कपड़ों का रंग एक ही है। दोनों वीडियो में लोग भी एक ही हैं।

पड़ताल के दौरान एएनआई का ओरिजनल वीडियो मिला। इसे भी 25 फरवरी 2021 को अपलोड करते हुए बताया गया कि प्रोटेस्‍ट के दौरान ममता बनर्जी गिरते-गिरते बचीं। वे इलेक्‍ट्र‍िक स्‍कूटी के जरिए विरोध जता रही थीं। इन सभी वीडियो से एक बात साफ हो गई कि यह विरोध प्रदर्शन के दौरान का पुराना वीडियो है।

पिछली पड़ताल के दौरान विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, कोलकाता के वरिष्‍ठ पत्रकार जे के वाजपेयी से भी संपर्क किया था। उन्‍होंने बताया था कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो में प्रशासन ममता बनर्जी को स्कूटर चलाना नहीं सिखा रहा था, बल्कि यह वीडियो बढ़ते फ्यूल प्राइस के बढ़ते दामों केखिलाफ किए गए प्रोटेस्ट का है। यह प्रोटेस्ट 25 फरवरी को हुआ था।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने कोलकाता के वरिष्‍ठ पत्रकार सोमित्र सेनगुप्‍ता से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल वीडियो 2021 का है। वायरल दावे में कोई सच्‍चाई नहीं है। यह वीडियो उस वक्‍त का है जब फ्यूल प्राइस के बढ़ते दामों के खिलाफ ममता बनर्जी एक प्रोटेस्‍ट में शामिल हुई थीं।

पिछली पड़ताल को यहां क्लिक करके विस्‍तार से पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में ममता बनर्जी के पुराने वीडियो को फर्जी दावे के साथ वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर मनीष शर्मा की सोशल स्‍कैनिंग में पता चला कि यह अकाउंट जुलाई 2009 में बनाया गया था। यूजर को 10 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट का दावा फर्जी निकला। वायरल वीडियो ममता बनर्जी को स्कूटी सिखाने के लिए सड़क बंद करने का नहीं है, बल्कि फरवरी 2021 में ममता बनर्जी इलेक्‍ट्र‍िक स्‍कूटी के माध्‍यम से बढ़ते फ्यूल के दामों के खिलाफ प्रोटेस्‍ट में शामिल हुई थीं। वीडियो उसी दौरान का है।

False
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