Quick Fact Check : लखनऊ का पुराना वीडियो एक बार फिर से हिंदू-मुस्लिम के रंग से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल हो रही पोस्‍ट फर्जी निकली। कुछ साल पुराने लखनऊ के एक वीडियो को अब फिर से सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। इंस्‍टाग्राम पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें खून से लथपथ एक युवक और युवती को देखा जा सकता है। यूजर्स इस वीडियो के जरिए सांप्रदायिक फर्जी दावा वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि कुछ मुस्लिम युवक इस हिंदू युवती का बलात्‍कार नहीं कर पाए तो दोनों को बुरी तरह पीटा। यह वीडियो एक बार पहले भी फर्जी दावे के साथ वायरल हो चुका है। उस वक्‍त भी हमने जांच की थी। हमें पता चला कि आरोपी और पीडि़त दोनों ही एक ही समुदाय से थे। इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।

क्‍या हो रहा है वायरल

इंस्‍टागाम यूजर hindunationbjpnamo ने खून से लथपथ भाई-बहन का एक वीडियो पोस्‍ट करते हुए फर्जी दावा करते हुए लिखा : ‘यह वीडियो योगी बाबा तक पहुंचनी चाहिए, इस वीडियो को इतना शेयर करो कि यूपी वाले बाबा तक पहुंच जाए आज सोशल मीडिया पॉवर बताने का समय आ गया है अंखिर एक शेयर इनको न्याय दिला सकता है आप सब हिन्दू होकर एक हिन्दू भाई की मदद जरूर करे #लखनऊ यह घटना इंटोजा थाना क्षेत्र की है #शांतिप्रिय_कोम के #इस्लाम और चार पाच लोग और इसकी बहन का रेप करने आए इसने रेप नहीं करने दिया तो दोनों को बुरी तरह पीटा… लेकिन मीडिया में खबर सिर्फ तब चलेगी जब मारने वाला हिन्दू होगा और मरने वाला मुस्लिम!’

पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने 26 जून 2019 को भी इसी वीडियो की जांच की थी। गूगल सर्च से हमें पता चला कि न्‍यूज 18 की वेबसाइट पर एक खबर मिली। खबर में बताया गया कि खून से लथपथ शाहरूख अपनी घायल बहन शबनम को संभालते हुए राजधानी के इटौंजा थाने की महंगवा चौकी पहुंचा। यहां चौकी पर सिपाहियों ने उसकी पीड़ा सुनने की बजाए जवाब दे दिया कि थाने जाओ। यह घटना लखनऊ के इटौंजा इलाके की है। बाद में पुलिस ने केस दर्ज करके सभी आरोपियों को पकड़ लिया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

इस पूरे मामले में लखनऊ पुलिस की ओर से भी सोशल मीडिया में सफाई दी गई।

आरोपियों को पकड़ने के बाद की भी खबर लखनऊ पुलिस की ओर से दी गई।
https://twitter.com/lkopolice/status/1143398009310470146

पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि इंस्‍टाग्राम हिंदू नेशन बीजेपी नमो को 3816 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल हो रही पोस्‍ट फर्जी निकली। कुछ साल पुराने लखनऊ के एक वीडियो को अब फिर से सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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