विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो अप्रैल 2022 में हुई एक इफ्तार पार्टी का है, जिसे अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में चुनाव जीतने के बाद उन्होंने मुस्लिम समुदाय के साथ जश्न मनाया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो अप्रैल 2022 में हुई एक इफ्तार पार्टी का है, जिसे अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
फेसबुक यूजर ‘रमेश चंद शर्मा’ ने 8 जून 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “कर्नाटक के सीएम और डिप्टी सीएम नए तरह के कपड़े पहन कर जश्न मना रहे हैं … आप उन्हें इन कपड़ों में पहचान नहीं सकते … भगवान कर्नाटक को बचाएं .. यहां कर्नाटक में चुनाव जीतने के बाद सीएम साहब और डिप्टी सीएम साहब ने जश्न मनाया। कर्नाटक में सनातन धर्म के अनुयायियों को भविष्य में शरिया कानून के लिए तैयार हो जाना चाहिए।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
वीडियो को गौर से देखने पर हमने पाया कि वीडियो में एक बैनर पर ‘दावत-ए-इफ्तार’ लिखा हुआ है। इसी आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें थ्रीलिंग न्यूज इंडिया नामक एक यूट्यूब चैनल पर इससे मिलता-जुलता एक वीडियो 16 अप्रैल 2023 को अपलोड हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, सिद्धारमैया ने जमीर अहमद खान के साथ मिलकर नलपद मंडप में इफ्तार पार्टी दी थी। वीडियो में देखा जा सकता है कि सिद्धारमैया के कपड़े हूबहू वायरल वीडियो जैसे हैं और पीछे लगा बैनर भी एक वैसा ही है।
हमें इस इफ्तार पार्टी से जुड़े वीडियो डेली सालार, न्यूज 18 उर्दू और वनइंडिया कन्नड़ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 16 अप्रैल 2023 को अपलोड हुआ मिला। वनइंडिया कन्नड़ के वीडियो में 52 सेकेंड से वायरल वीडियो वाले हिस्से को देखा जा सकता है। यहां पर भी वीडियो को शेयर कर यही जानकारी दी गई है कि सिद्धारमैया ने नलपद मंडप में इफ्तार पार्टी दी थी।
हमें कन्नड़ न्यूज वेबसाइट वर्ताभारती की आधिकारिक वेबसाइट पर दावे से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट को 15 अप्रैल 2022 को प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट में इफ्तार पार्टी की कई तस्वीरों को शेयर करते हुए बताया गया है कि सिद्धारमैया ने नलपद मंडप में इफ्तार पार्टी दी थी। रिपोर्ट में ‘दावत-ए-इफ्तार’ वाले बैनर को साफ तौर पर देखा जा सकता है।
पड़ताल के दौरान हमें इस इफ्तार पार्टी से जुड़ा एक ट्वीट सीएम सिद्धारमैया के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी मिला। 15 अप्रैल को उन्होंने इस इफ्तार पार्टी से जुड़ी कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, रमजान के पवित्र महीने के अवसर पर आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होकर अच्छा लगा। आप सभी को रमजान की शुभकामनाएं। इस इफ्तार पार्टी में विभिन्न धर्म गुरु, मल्लिकार्जुन खड़गे, केपीसीसी अध्यक्ष डी के शिवकुमार, प्रचार समिति अध्यक्ष एमबी पाटिल , पूर्व मंत्री जमीर अहमद , कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद शामिल हुए।
बी जेड जमीर अहमद के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर भी हमें इस इफ्तार पार्टी की तस्वीरें और वीडियो इसी जानकारी के साथ 15 अप्रैल 2022 को शेयर हुई मिली। उन्होंने कैप्शन में लिखा है, इफ्तार पार्टी की झलक, जिसे सीएलपी लीडर और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिद्धारमैया जी ने होस्ट किया था और मैंने इस पार्टी को आयोजित किया गया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने कर्नाटक के स्थानीय पत्रकार यसीर खान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “ वायरल वीडियो पुराना है और गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।”
पड़ताल के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर के 450 मित्र हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, ऋषिकेश का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो अप्रैल 2022 में हुई एक इफ्तार पार्टी का है, जिसे अब गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
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