Fact Check : UP में बीजेपी नेताओं के बीच हुई मारपीट के पुराने वीडियो को मध्य प्रदेश कांग्रेस का बता कर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट गलत निकी। मार्च 2019 में यूपी में 2 बीजेपी नेताओं के बीच हुई मारपीट के वीडियो को अब मध्य प्रदेश कांग्रेस का बताकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने अपनी पहली उम्मीदवारों की सूची 15 अक्टूबर को और दूसरी सूची 19 अक्टूबर को जारी की। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें 2 नेताओं को मारपीट और गाली-गलौज करते देखा जा सकता है। वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि जिन नेताओं को टिकट नहीं मिला, वे हताशा में ऐसा कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। यह वीडियो असल में मार्च 2019 का है। वीडियो यूपी के संतकबीर नगर के भाजपा सांसद रहे दिवंगत शरद त्रिपाठी और मेहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच बहस के बाद मारपीट का है।  

क्‍या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूजर राजेश कुमार (Rajesh Kumar) (Archive) ने 19 अक्टूबर को 30 सेकंड के एक वीडियो क्लिप को अपलोड करते हुए दावा किया, “मध्यप्रदेश में कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद आपस में कांग्रेसी।”

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने इस वीडियो की पहले भी पड़ताल की थी। राजस्थान में बीजेपी की उम्मीदवार सूची जारी होने के बाद यह बीजेपी नेताओं के नाम से  वायरल हुआ था। उस समय कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढ़ने पर हमें यह वीडियो इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर 7 मार्च 2019 अपलोड मिला था।  इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया था कि वीडियो में दिख रहे शख्स बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी हैं। यूपी के दिवंगत सांसद शरद त्रिपाठी ने उस वक्त अपनी ही पार्टी के विधायक की पिटाई कर दी थी।

हमें 2019 में हुए इस मामले को लेकर और भी कई खबरें मिलीं।

आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की उम्मीदवारों की पहली सूची 15 अक्टूबर को और दूसरी सूची 19 अक्टूबर को जारी की गयी थी।

खबरों के अनुसार, पहली और दूसरी उम्मीदवार सूची  के जारी होने के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी के कई कार्यकर्ताओं में निराशा दिखी। लाइव मिंट डॉट कॉम  की खबर के अनुसार, ‘आगामी विधानसभा चुनाव के लिए शुरुआती सूची में टिकट नहीं मिलने से नाराज विभिन्न क्षेत्रों के कई कांग्रेस नेता कमल नाथ के भोपाल आवास के बाहर एकत्र हुए। कुछ लोगों ने पार्टी के फैसलों की आलोचना की, जैसे बुधनी से संतोष शर्मा, जबकि शारदा खटीक और यादवेंद्र सिंह सहित अन्य ने अपने पसंदीदा निर्वाचन क्षेत्रों से टिकट न मिलने के कारण इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने भी पिछड़े वर्ग के साथ अन्याय का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया। प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने महिला प्रत्याशियों के टिकट आवंटन पर कमलनाथ से चर्चा की। राज्य भर में कई कांग्रेस नेताओं ने पार्टी छोड़ दी, कुछ ने इसके खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी है।’

मगर हमें कहीं भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं या कार्यकर्ताओं के आपस में लड़ने की कोई हालिया खबर नहीं मिली।

हमने इस विषय में कांग्रेस मीडिया इंचार्ज संजीव सिंह से बात की। उन्होंने बताया कि वीडियो कांग्रेस पार्टी से सम्बंधित नहीं है और वायरल दावा फर्जी है।

यह वीडियो पहले भी एक बार वायरल हो चुका है। उस पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर राजेश कुमार को 1 हजार लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल के अनुसार, यूजर दिल्ली के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट गलत निकी। मार्च 2019 में यूपी में 2 बीजेपी नेताओं के बीच हुई मारपीट के वीडियो को अब मध्य प्रदेश कांग्रेस का बताकर वायरल किया जा रहा है।

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