Fact Check : फारूक अब्‍दुल्‍ला का यह भजन गायन धारा 370 हटने से पहले का है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्‍दुल्‍ला के नाम पर वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। उनके भजन गाने वाले वीडियो का धारा 370 से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो काफी पुराना है।

Fact Check : फारूक अब्‍दुल्‍ला का यह भजन गायन धारा 370 हटने से पहले का है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में तेजी से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्‍दुल्‍ला को भजन गाते हुए देखा जा सकता है। 45 सेकंड के इस वीडियो को इस दावे के संग वायरल किया जा रहा है कि जम्‍मू व कश्‍मीर से धारा 370 हटने के बाद फारूक अब्‍दुल्‍ला में यह बदलाव आया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुआ। दरअसल फारूक अब्‍दुल्‍ला का वायरल वीडियो काफी पुराना है। इसका जम्‍मू व कश्‍मीर से धारा 370 के हटने से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज वो चार लोग ने 27 दिसंबर को एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘धारा 370 हटने के बाद फारूक अब्दुल्ला में अद्भुत परिवर्तन..’

पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों देखा जा सकता है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव्‍ड वर्जन को यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की विस्‍तार से जांच करने के लिए सबसे पहले InVID टूल का इस्‍तेमाल किया। वायरल वीडियो को इसमें अपलोड करके कई गैब्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। वायरल वीडियो हमें पिछले कई बरस से यूट्यूब पर अपलोड मिला।

सबसे पुराना वीडियो हमें satsangamrit नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। 12 साल पहले अपलोड इस वीडियो में आसाराम भी दिखे। 21 सितंबर 2009 को अपलोड इस वीडियो में बताया गया कि यह जम्‍मू का वीडियो है। साथ में यह भी बताया गया कि वीडियो 28 अप्रैल 2001 का है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण, जम्‍मू के वरिष्‍ठ संवाददाता राहुल शर्मा से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि फारूक अब्‍दुल्‍ला का यह वीडियो काफी पुराना है। इसका धारा 370 से कोई संबंध नहीं है।

गौरतलब है कि जम्‍मू व कश्‍मीर से 5 अगस्‍त 2019 को धारा 370 हटाई गई, जबकि वायरल वीडियो इससे पहले की तारीख में इंटरनेट पर मौजूद है।

तहकीकात के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फारूक अब्‍दुल्‍ला के पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक पेज की जांच की। फेसबुक पेज वो चार लोग की सोशल स्‍कैनिंग में हमें पता चला कि इसे 40 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह पेज 14 नवंबर 2016 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्‍दुल्‍ला के नाम पर वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। उनके भजन गाने वाले वीडियो का धारा 370 से कोई संबंध नहीं है। वायरल वीडियो काफी पुराना है।

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