Fact Check: लेनिन की मूर्ति को गिराए जाने का है यह वीडियो, अंबेडकर की नहीं

त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक ब्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को गिराए जाने की घटना भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को गिराए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक मूर्ति को गिराए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक करणी सिंह ने भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को गिराने का काम किया।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा फर्जी निकला। जिस मूर्ति को गिराने जाने का दावा किया जा रहा है, वह अंबेडकर की नहीं है और बीजेपी के जिस विधायक को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है, उस नाम का कोई भी व्यक्ति बीजेपी में विधायक नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Aman Khan’ ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”विनाश काले विपरीत बुद्धि..बाबा साहब अमबेंडकर की प्रतिमा गिराते Bjp नेता Bjp विधायक करणी सिंह की इस हरकत पर क्या कहेगे मोदी जी# मोदी तो गया काम से इन Videoको इतना वायरल करो की ये पूरा भारत देख सके जय भीम✊🏻”

(वायरल पोस्ट का फेसबुक लिंक और आर्काइव लिंक)

पड़ताल किए जाने तक इस वीडियो को करीब 9000 से अधिक लोग देख चुके हैं। वहीं, करीब 600 लोगों ने शेयर किया है।

पड़ताल

कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है।

Invid के जरिए मिले कीफ्रेम्स का रिवर्स इमेज किए जाने पर हमें हिंदी न्यूज चैनल ABP के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो बुलेटिन मिला, जिसमें वायरल हो रहे वीडियो का इस्तेमाल किया गया है।

5 मार्च 2018 को अपलोड किए गए बुलेटिन में दी गई जानकारी के मुताबिक, “त्रिपुरा में सरकार बदलने के बाद बीजेपी समर्थकों ने लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया। यह घटना दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया चौक पर हुई।”

इसके बाद मिले कीवर्ड के आधार पर किए गए न्यूज सर्च में एनडीटीवी खबर की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर का लिंक मिला, जिसमें इस घटना का जिक्र किया गया है।

6 मार्च 2018 को NDTV खबर में प्रकाशित खबर

खबर के मुताबिक, ‘त्रिपुरा में बेलोनिया में बुलडोजर की मदद से रूसी क्रांति के नायक व्लादिमिर लेनिन की मूर्ति को गिरा दिया गया। मूर्ति गिराने के दौरान लोग भारत माता की जय के नारे भी लगा रहे थे। त्रिपुरा के एसपी कमल चक्रवर्ती के मुताबिक, सोमवार को दोपहर 3.30 बजे के करीब बीजेपी समर्थकों ने इसे अंजाम दिया।’

यानी जिस वीडियो को अंबेडकर की मूर्ति गिराए जाने के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है, वह वास्तव में लेनिन की मूर्ति को गिराए जाने की त्रिपुरा की पुरानी घटना है।

विश्वास न्यूज ने इसे लेकर स्थानीय अधिकारी से संपर्क किया। त्रिपुरा पुलिस की वेबसाइट पर हमें बेलोनिया के एसडीपीओ रतन कुमार दास का नंबर मिला। उन्होंने हमें बताया कि वह फिलहाल अगरतला में क्राइम ब्रांच में पदस्थापित हैं। उन्होंने बताया कि जब यह घटना हुई तब वह बेलोनिया में पदस्थापित थे। दास ने कहा, ‘संबंधित घटना लेनिन की मूर्ति को गिराए जाने का है।’

इसके बाद हमने वायरल पोस्ट में शामिल दूसरे दावे की पड़ताल की। इसके मुताबिक, बीजेपी के विधायक करणी सिंह ने इस मूर्ति को गिराने का काम किया। myneta के डेटाबेस में सर्च करने पर हमें बीजेपी के ऐसे किसी विधायक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।

निष्कर्ष: त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक ब्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को गिराए जाने की घटना भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को गिराए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट