Fact Check: ब्राजील के पुराने वीडियो को पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा से जोड़कर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। यह वीडियो पुराना है और ब्राज़ील का है, पश्चिम बंगाल का नहीं। हालांकि, यह बात सही है कि 2 मई को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें जानमाल के नुकसान की कई खबरें आयीं थीं।

Fact Check: ब्राजील के पुराने वीडियो को पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा से जोड़कर किया जा रहा है वायरल

नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ को व्यक्ति की बुरी तरह से पिटाई करते देखा जा सकता है।पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह पश्चिम बंगाल का वीडियो है। पोस्ट के साथ कहा जा रहा है कि पिटाई खाता व्यक्ति बीजेपी समर्थक था, जिसे टीएमसी समर्थकों ने पीट-पीट कर मार डाला। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा झूठा निकला। यह वीडियो पुराना है और ब्राज़ील का है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल वीडियो में भीड़ को एक व्यक्ति की बुरी तरह पिटाई करते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “मेरे पति को घर से घसीट कर ले गए TMC के लोग और बोले अब बोल “जय श्री राम” अब कहा है तेरे “भाजपा वाले”, अब तुझे कौन बचाएगा, यह कहकर उन्होंने मेरे पति को गंगापुर राणाघाट पर “मार” दिया.!!- उत्तम घोष की पत्नी (दैनिक भास्कर अखबार के इंटरव्यू का अंश)औरंगजेब के समय में ऐसा होता होगा?”

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां ,यहां और यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

जांच के लिए हमने इस वीडियो के InVID टूल की मदद से कीफ्रेम्स निकाले और फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज पर ढूंढा। हमें इस वायरल वीडियो के एक स्क्रीनशॉट के साथ एक खबर ब्राज़ील की एक न्यूज़ वेबसाइट esquerdadiario.com.br पर मिली। 5 जनवरी 2018 को प्रकाशित खबर के अनुसार, यह वीडियो ब्राज़ील के शहर सिएरा का है।

हमें इस वीडियो के स्क्रीनशॉट के साथ यह खबर sobral24horas.com पर भी मिली। खबर के अनुसार, “कम से कम पांच युवकों ने 17 वर्षीय किशोर की कुल्हाड़ी और पत्थर मारकर हत्या कर दी। यह घटना फोर्टालेज़ा (सीई) की है। सबसे बुरी बात यह है कि हत्या को फिल्माया गया और वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया गया। यह बर्बरता 30 दिसंबर 2017 को हुई थी और इसकी जांच सिएरा की पुलिस द्वारा की जा रही है।”

इस विषय में पुष्टि के लिए हमने sobral24horas.com से मेल के ज़रिये संपर्क साधा। रिप्लाई में कहा गया, “यह खबर 2018 में प्रकाशित हुई। खबर में बताई घटना दिसंबर 2017 की है। इस विषय में जो भी जानकारी sobral24horas.com की खबर में दी गयी है, वो सही है। वीडियो ब्राज़ील का है।”

पोस्ट में दावा किया गया है कि डिस्क्रिप्शन में लिखा अंश दैनिक भास्कर का एक इंटरव्यू है। जब हमने कीवर्ड्स के साथ ढूंढा तो हमने पाया कि दैनिक भास्कर ने एक फैक्ट चेक खबर के ज़रिये इस पोस्ट का खंडन करते हुए लिखा है, “दैनिक भास्कर वीडियो के साथ किए जा रहे दावे का खंडन करता है। भास्कर ने उत्तम घोष की पत्नी का ऐसा कोई इंटरव्यू नहीं किया है।”

इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं Kirti Sayani नाम के फेसबुक यूजर। सोशल स्कैंनिंग से पता लगा कि यूजर के फेसबुक पर 62 फ़ॉलोअर्स हैं और वे महारष्ट्र के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में दावा गलत निकला। यह वीडियो पुराना है और ब्राज़ील का है, पश्चिम बंगाल का नहीं। हालांकि, यह बात सही है कि 2 मई को विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें जानमाल के नुकसान की कई खबरें आयीं थीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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