Fact Check: जस्टिन ट्रूडो के गुरुद्वारे जाने की पुरानी तस्वीरें हालिया बताकर हो रही है वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। हाल ही में कनाडा में हुए 2019 के चुनावों के नतीजों से यह साफ़ हो चुका है कि इस बार भी जस्टिन ट्रूडो की सरकार कनाडा में बनेगी। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रहीं है। इन तस्वीरों में जस्टिन ट्रूडो को एक गुरुद्वारे में माथा टेकते हुए दिखाया गया है। इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि जस्टिन ट्रूडो चुनाव जीतने के बाद गुरुद्वारा माथा टेकने गए। विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीरें हाल की नहीं, बल्कि अप्रैल 2019 की हैं, जब जस्टिन ट्रूडो वैसाखी त्योहार के दौरान एक गुरुद्वारे में गए थे।

क्या हो रहा है वायरल?

“Dhan Mata Gujri Ji Trust Jagraon” नाम के फेसबुक पेज ने एक पोस्ट अपलोड किया जिसमें कुछ तस्वीरें दी गई हैं। इन तस्वीरों में जस्टिन ट्रूडो को एक गुरुद्वारे में माथा टेकते हुए दिखाया गया है। इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि जस्टिन ट्रूडो चुनाव जीतने के बाद गुरुद्वारा माथा टेकने गए। इन तस्वीरों के साथ डिस्क्रिप्शन पंजाबी में लिखा गया है: “ਜਿੱਤ ਤੋਂ ਬਆਦ ਕੈਨੇਡਾ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਜਸਟਿਨ_ਟਰੂਡੋ ਅਕਾਲ ਪੁਰਖ ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਦਾ ਸ਼ੁਕਰਾਨਾ ਕਰਨ ਪਹੁੰਚੇ – ਗੁਰੂ ਘਰ।”

डिस्क्रिप्शन का हिंदी अनुवाद है: “जीतने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन_ट्रूडो अकाल पुरख वाहेगुरु को शुक्रिया करने पहुंचे – गुरु घर।”

पड़ताल

इन तस्वीरों की पड़ताल हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च से की। तस्वीरों को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमारे हाथ “voiceonline.com” नाम की वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर का लिंक लगा। इस खबर की हेडलाइन थी: PM’s security officers entering Ross Street Gurdwara’s Darbar Hall with shoes on creates controversy

यह खबर 16 अप्रैल 2019 को प्रकाशित की गई थी। इस खबर में इस्तेमाल की गई तस्वीरें वायरल तस्वीरों में दिख रहे माहौल के जैसे ही थी, क्योंकि इन दोनों तस्वीरों में जस्टिन और उनके साथियों के कपड़े एक ही हैं। इस खबर में इस्तेमाल की गई तस्वीरों के नीचे लिखा हुआ है: Photos submitted by Sikh Sangat BC courtesy of OMNI Punjabi News.


वायरल तस्वीरें

इस खबर से यह बात साफ हुई कि यह तस्वीरें हाल की नहीं हैं, बल्कि अप्रैल 2019 की हैं।

अब हमने इन तस्वीरों की आधिकारक पुष्टि करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री दफ्तर में संपर्क किया। प्रधानमंत्री के दफ्तर से ईमेल के जरिये प्रेस सेक्रेटरी ब्रुक सिंपसन ने जवाब देते हुए बताया कि यह तस्वीरें हाल की नहीं, बल्कि पुरानी है जब जस्टिन ट्रूडो अपने साथियों के साथ वैसाखी के समय गुरुद्वारे गए थे।

अंत में हमने इन तस्वीरों को पोस्ट करने वाले पेज “Dhan Mata Gujri Ji Trust Jagraon” की सोशल स्कैनिंग करने का फैसला किया। हमने पाया कि यह पेज धार्मिक पोस्ट अधिक शेयर करता है और इस पेज को “189,462” लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीरें हाल की नहीं, बल्कि अप्रैल 2019 की हैं, जब जस्टिन ट्रूडो वैसाखी त्योहार के दौरान एक गुरुद्वारे में गए थे।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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