Fact Check: शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की पुरानी तस्वीर हालिया बताकर की जा रही शेयर

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि दावा भ्रामक है। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकवादी मुठभेड़ में शहीद हुए थे।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल वाली एक पोस्ट तेज़ी से वायरल हो रही है। तस्वीर में एक ताबूत के सामने रोती हुई महिला को देखा जा सकता है। तस्वीर को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है, “मेजर विभूति शंकर की 8 महीने पहले ही शादी हुई थी और आज उनकी पत्नी विधवा हो गई।” सोशल मीडिया यूजर्स तस्वीर को हालिया बताते हुए शेयर कर रहे हैं। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि दावा भ्रामक है। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल की शहादत 2019 में ही हो चुकी है। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकवादी मुठभेड़ में शहीद हुए थे।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर “Thakur Manoj Navada Kalandi ” ने 1 जून को यह तस्वीर अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की है और लिखा है, “8 महीने पहले हुई थी शादी ,मां बाप के एकलौता पुत्र थे मेजर विभूति शंकर जी और आज उनकी पत्नी विधवा हो गई ।

#विनम्र_श्रद्धांजलि “

कई अन्य यूजर्स भी इस तस्‍वीर को मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। फैक्ट चेक के उद्देश्य से फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को ज्यों-का-त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया। वायरल तस्‍वीर को इस टूल में अपलोड करके सर्च करने पर हमें वायरल तस्‍वीर कई जगह मिलीं। दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 18 फरवरी 2019 को प्रकाशित खबर में इससे जुडी तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। खबर के अनुसार,”पुलवामा में आतंकी मुठभेड़ में शहीद दून के मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का पार्थिव शरीर सोमवार रात उनके नेशविला रोड स्थित आवास पहुंचा। सेना के जवानों के कंधे पर तिरंगे से लिपटे ताबूत में घर पहुंचे बेटे को देखकर परिजन बिलख पड़े। सुबह जहां सन्नाटा पसरा था, वहां एकाएक कोहराम मच गया। वहां मौजूद लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। शहीद के अंतिम दर्शनों के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई। शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को मंगलवार को अंतिम विदाई दी जाएगी।”

हमें वायरल हो रही तस्वीर अमर उजाला की वेबसाइट पर 20 फरवरी 2019 को अपलोडेड एक गैलरी में मिलीं। रिपोर्ट की हेडलाइन थी, “पुलवामा एनकाउंटर: शहीद विभूति के घर से आई ऐसी तस्वीरें जिन्हें देखकर फट जाएगा कलेजा।”

विश्वास न्यूज़ को इसी से मिलती-जुलती एक तस्वीर gettyimages.com पर भी मिली।

हमने वायरल तस्वीर के बारे में जानकारी के लिए दैनिक जागरण उत्‍तराखंड में सब एडिटर के तौर पर कार्यरत सुनील नेगी से संपर्क किया। उन्होंने ही शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल से जुडी इस खबर को लिखा था। “उन्होंने हमें बताया कि वायरल तस्वीर पुरानी है। सुनील नेगी ने बताया कि मेजर विभूति शंकर की शहादत 2 साल पहले फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले में हो चुकी है और यह खबर मैने ही लिखी थी।”

आपको बता दें कि पुलवामा हमले में शहीद मेजर विभूति ढौंडियाल की पत्नी निकिता कौल ने इंडियन आर्मी ज्वाइन कर ली थी। निकिता कौल इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट हैं।

एक बार पहले भी ये तस्वीर समान दावे के साथ वायरल हो चुकी है, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज़ ने की थी। आप हमारी पहले की पड़ताल को यहाँ पढ़ सकते हैं।

जाँच के अंतिम चरण में विश्वास न्यूज़ ने तस्वीर को हालिया बताकर वायरल करने वाले यूजर की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग में हमें पता चला कि यूजर के फेसबुक पर चार हज़ार से ज्यादा फ्रेंड्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि दावा भ्रामक है। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल फरवरी 2019 में पुलवामा में आतंकवादी मुठभेड़ में शहीद हुए थे।

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