Fact Check : चीन की पुरानी तस्वीर को आप की गुजरात रैली का बताकर किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि ये तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि असल में चीन की है। तस्वीर तब की है, जब गुआंगज़ौ शहर में ओलंपिक मशाल का स्वागत करने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। लोकसभा चुनाव के बीच 2 मई को अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने गुजरात के डेडियापाडा में चुनाव प्रचार किया था। इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर हो रही है, जिसमें भारी भीड़ को देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि ये  गुजरात में हुई आप की रैली की तस्वीर है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि ये तस्वीर भारत की है ही नहीं।  ये तस्वीर असल में चीन की है, जब चीन के गुआंगज़ौ शहर में ओलंपिक मशाल का स्वागत करने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी।

क्या है वायरल पोस्ट?

फेसबुक यूजर नीलम रावल Neelam Rawal (आर्काइव लिंक) ने 2 मई 2024 को इस फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, “अरविंद केजरीवाल जी की साजिशन गिरफ्तारी के खिलाफ सड़कों पर उतरी गुजरात की जनता। सुनीता केजरीवाल जी के Road Show में उमड़ा जनसैलाब। जनता ने मन बना लिया है, इस बार ‘जेल का जवाब वोट से।’”

https://twitter.com/rajasinghsewara/status/1787024857701486738

पड़ताल

वायरल पोस्ट की जांच के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल लेंस पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर स्टॉक फोटो रिपॉजिटरी फ़्लिकर पर 12 मई 2008 को अपलोड मिली। यहाँ दिए गए डिस्क्रिप्शन के अनुसार, फोटो में चीन के गुआंगज़ौ शहर में एक भीड़ दिखाई देती है, जो ओलंपिक मशाल का स्वागत करने के लिए इकट्ठा हुई थी।

हमें यह तस्वीर और भी कुछ चीनी वेबसाइटों पर मिली, जहाँ इसे ओलंपिक मशाल के स्वागत का बताया गया।

इसके बाद हमने सुनीता केजरीवाल के गुजरात रोड शो की तस्वीरें और वीडियो खोजे। हमें इस रोड शो की बहुत-सी तस्वीरें मिलीं, मगर वे तस्वीरें वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती नहीं थीं।

हमने इस विषय में गुजराती जागरण के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि की  कि वायरल तस्वीर गुजरात की नहीं है। उन्होंने हमारे साथ इस रोड शो की कुछ तस्वीरें भी शेयर  कीं।

वायरल तस्वीर को नीलम रावल ने फेसबुक पर गलत दावे के साथ शेयर किया था।  यूजर के लगभग 800 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि ये तस्वीर भारत की नहीं, बल्कि असल में चीन की है। तस्वीर तब की है, जब गुआंगज़ौ शहर में ओलंपिक मशाल का स्वागत करने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी।

False
Symbols that define nature of fake news
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