Fact Check: यह बांग्लादेश की पुरानी तस्वीर है, दिल्ली पुलिस की नहीं
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह तस्वीर बांग्लादेश के ढाका की है जब 30 जून 2010 को ढाका में कपड़ा मजदूरों के साथ झड़प के दौरान एक बांग्लादेशी पुलिसकर्मी ने एक बच्चे को डंडा दिखा कर धमकाया था। तस्वीर दिल्ली की नहीं है।
- By: Pallavi Mishra
- Published: Mar 2, 2020 at 06:50 PM
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक पुलिसवाले को एक बच्चे पर लाठी चलाते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर दिल्ली की है जहाँ दिल्ली पुलिस एक बच्चे पर लाठी बरसा रही है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह तस्वीर बांग्लादेश के ढाका की है जब 30 जून 2010 को ढाका में कपड़ा मजदूरों के साथ झड़प के दौरान एक बांग्लादेशी पुलिसकर्मी ने एक बच्चे को डंडा दिखा कर धमकाया था।
क्या हो रहा है वायरल?
वायरल तस्वीर में एक पुलिसवाले को एक बच्चे पर लाठी चलाते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है “बहुत बड़े आतंकी को पीटते हुए दिल्ली पुलिस।”
इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखा जा सकता है।
पड़ताल
इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर का स्क्रीनशॉट लिया और फिर उसे गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर द गार्जियन की वेबसाइट पर नज़र आयी। यह तस्वीर एक खबर में 30 जून 2010 को छपी थी। खबर के अनुसार, यह तस्वीर बांग्लादेश के ढाका की है जब 30 जून 2010 को ढाका में कपड़ा मजदूरों के साथ झड़प के दौरान एक बांग्लादेशी पुलिसकर्मी ने एक बच्चे को डंडे से मारा था। खबर के अनुसार, यह तस्वीर गेट्टी इमेजेज की है।
हमने ढूंढा तो हमें यह तस्वीर गेट्टी इमेजेज पर भी मिली। तस्वीर के डिस्क्रिप्शन के अनुसार, यह तस्वीर मुनीर उज़ ज़मन नाम के एक फोटोग्राफर ने क्लिक की थी।
हमने ढूंढा तो पाया कि मुनीर उज़ ज़मन न्यूज़ एजेंसी AFP के साथ बतौर फोटो जर्नलिस्ट जुड़े हुए हैं। हमने उनसे ट्विटर के ज़रिये संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया, “इस तस्वीर को मैंने ही क्लिक किया था। 30 जून, 2010 को ढाका में कपड़ा मजदूरों के साथ झड़प के दौरान एक बांग्लादेशी पुलिसकर्मी ने एक बच्चे को लाठी दिखा कर धमकाया था। यह बच्चा भी कपड़ा मजदूरों के साथ प्रोटेस्ट कर रहा था। यह तस्वीर उसी समय की है।”
इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Khäń Addu नाम का एक फेसबुक यूजर। प्रोफाइल के अनुसार यूजर दिल्ली का रहने वाला है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह तस्वीर बांग्लादेश के ढाका की है जब 30 जून 2010 को ढाका में कपड़ा मजदूरों के साथ झड़प के दौरान एक बांग्लादेशी पुलिसकर्मी ने एक बच्चे को डंडा दिखा कर धमकाया था। तस्वीर दिल्ली की नहीं है।
- Claim Review : बहुत बड़े आतंकी को पीटते हुए दिल्ली पुलिस वाह जी वाह गृहमंत्री
- Claimed By : Khäń Addu
- Fact Check : झूठ
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