Fact Check: राजस्थान के सीकर में हुए किसानों के प्रदर्शन की पुरानी तस्वीर हरियाणा के नाम से हो रही है वायरल

विश्वास टीम की पड़ताल में यह पोस्ट गुमराह करने वाला साबित हुआ। वायरल तस्वीर 2017 में राजस्थान के सीकर में हुए किसानों के प्रदर्शन की है, जिसको हालिया बताते हुए वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: राजस्थान के सीकर में हुए किसानों के प्रदर्शन की पुरानी तस्वीर हरियाणा के नाम से हो रही है वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। पंजाब और हरियाणा में हाल के समय में किसानों का प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो और तस्वीरों के साथ पोस्ट वायरल हो रहे हैं। इसी तरह सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें एक प्रदर्शन की तस्वीर को देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर हरियाणा में चल रहे किसानों के प्रदर्शन की है। तस्वीर में हजारों की गिनती में लोगों को सड़कों पर देखा जा सकता है।

विश्वास टीम की पड़ताल में यह पोस्ट गुमराह करने वाला साबित हुआ। वायरल तस्वीर 2017 में राजस्थान के सीकर में हुए किसानों के प्रदर्शन की है, जिसको हालिया बताते हुए वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल?

ट्विटर यूज़र Anika Aren ने वायरल तस्वीर को अपलोड करते हुए लिखा: “#pipli #किसानबचाओमंडी_बचाओ लाठी चार्ज और कई किसानों को गिरफ़्तार किया , कई को सिर पर चोट आयी, सह लेंगे लेकिन देश की खेती, विविधता और फसलों के दाम पर प्रहार सहना मंज़ूर नहीं”

इस पोस्ट का आर्काइव्ड लिंक।

पड़ताल

विश्वास टीम ने पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड कर सर्च किया। सर्च के नतीजों से हमें यह तस्वीर राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित एक खबर में मिली। यह खबर 4 सितंबर 2017 में प्रकाशित की गई थी और इसके साथ हेडलाइन लिखी गई थी: Video यहां के लोगों ने पहली बार देखी इतनी बड़ी ‘शवयात्रा’, सैकड़ों महिलाएं भी हुई शामिल, 4 घंटे तक जाम रही सड़कें

इस खबर के अनुसार: यह घटना राजस्थान के सीकर की है, जहां 2017 में किसानों ने कर्ज माफ़ी और फसलों के कम दाम को लेकर प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में हजारों की गिनती में लोग शामिल हुए थे, जिसके कारण सड़कों पर लंबा जाम देखने को मिला था।

इस प्रदर्शन की कुछ झलकियां पत्रिका के YouTube चैनल पर अपलोड वीडियो में देखी जा सकती हैं। यह वीडियो 4 सितंबर 2017 को अपलोड किया गया था और इसके साथ हेडलाइन लिखी गई थी: kisan rally in sikar

अब हमने इस तस्वीर को लेकर हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के जयपुर इंचार्ज नरेंद्र शर्मा से बात की। नरेंद्र ने हमारे साथ बात करते हुए कन्फर्म किया कि यह तस्वीर 2017 में राजस्थान के सीकर में हुए किसानों के प्रदर्शन की है। इसका पंजाब-हरियाणा में चल रहे किसानों के प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है।”

इस तस्वीर को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेयर किया है और इन्हीं में से एक है अनिका ऐरेन नाम की ट्विटर यूज़र। यह यूज़र पेशे से TV न्यूज़ एंकर है और इसे ट्विटर पर 1,223 लोग फॉलो कर रहे हैं।

निष्कर्ष: विश्वास टीम की पड़ताल में यह पोस्ट गुमराह करने वाला साबित हुआ। वायरल तस्वीर 2017 में राजस्थान के सीकर में हुए किसानों के प्रदर्शन की है, जिसको हालिया बताते हुए वायरल किया जा रहा है।

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