Quick Fact Check : 2016 की तस्‍वीर को अब लॉकडाउन में किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास टीम की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वायरल तस्‍वीर 2016 की है। इसे कुछ लोग अब वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया में एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें एक युवती को खून से लथपथ देखा जा सकता है। यूजर्स इस तस्‍वीर को मोदी सरकार से जोड़कर एक बार फिर से वायरल कर रहे हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने पहले भी इस पोस्‍ट की पड़ताल की थी।

हमारी जांच में पता चला कि 2016 में यूपी के मैनपुरी में हुई एक घटना की तस्‍वीर को अब वायरल किया जा रहा है। जांच में पता चला कि महिला की पिटाई कुछ दबंगों ने की थी। उस वक्‍त प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अंकुश यादव ने 2 अप्रैल को दो तस्‍वीरों को अपलोड करते हुए लिखा : ”यही है मोदी सरकार बेटी बचाओ…इतना shaer करो की इसको इसकी सज़ा मिले जाये।”

अब तक इस पोस्‍ट को 8 हजार से ज्‍यादा लोग वायरल कर चुके हैं।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि दिसंबर 2016 में छेड़खानी का विरोध करने पर कुछ दबंगों ने सरेआम इस महिला की पिटाई कर दी थी।

इस बात की पुष्टि मैनपुरी के किशनी पुलिस स्‍टेशन के सीनियर हाउस ऑफिसर (SHO) रामकार यादव ने भी की। उन्‍होंने बताया कि वायरल पोस्‍ट पुरानी है। अभी कोई ऐसी घटना नहीं हुई है।

पड़ताल को विस्‍तार से आप यहां पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक यूजर अंकुश यादव के अकांउट की जांच की। हमें पता चला कि यूजर महोबा का रहने वाला है। इनके अकाउंट पर एक विचारधारा खास से जुड़ा कंटेंट ज्‍यादा रहता है।

निष्कर्ष: विश्‍वास टीम की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। वायरल तस्‍वीर 2016 की है। इसे कुछ लोग अब वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट