तस्वीर कर्नाटक के मैसूर में छह साल पहले हुई एक शादी के रिसेप्शन की है। इसका कपिल मिश्रा से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक बार फिर से एक दूल्हा-दुल्हन की तस्वीर फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही है। इस तस्वीर को भाजपा नेता कपिल मिश्रा से जोड़ते हुए वायरल किया जा रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि कपिल मिश्रा की बहन ने शहजाद अली से शादी की है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में दावा फर्जी निकला। तस्वीर कर्नाटक के मैसूर में छह साल पहले हुई एक शादी के रिसेप्शन की है। इसका कपिल मिश्रा से कोई संबंध नहीं है।
फेसबुक यूजर संजय लोधी ने 18 जनवरी 2023 को एक पोस्ट करते हुए दावा किया, ‘दिल्ली में हिंदू-मुसलमान के बीच दंगे कराने वाले कपिल मिश्रा की बहन ने की शहजाद अली से शादी।’
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने जांच की शुरुआत गूगल रिवर्स इमेज टूल से की। सबसे पहले वायरल तस्वीर को इस टूल में अपलोड करके सर्च किया गया। असली तस्वीर हमें एक वेबसाइट पर मिली। 18 अप्रैल 2016 को पब्लिश खबर के मुताबिक, मैसूर में भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच एक शादी का रिस्पेशन हुआ। यह शादी शकील अहमद और अशिता के बीच हुई थी। दोनों का धर्म अलग-अलग होने के कारण शादी का काफी विरोध हुआ था। खबर में आगे बताया गया कि अशिता ने अपना धर्म बदलते हुए शाइस्ता सुल्ताना नाम रख लिया। पूरी खबर यहां पढ़ें।
यही तस्वीर हमें द हिंदू की वेबसाइट पर भी मिली। 18 अप्रैल 2016 को ही इस तस्वीर को पब्लिश करते हुए द हिंदू पर एक खबर पब्लिश हुई थी। इसमें भी यही बताया गया कि पुलिस के कड़े इंतजाम के बीच शादी का रिस्पेशन हुआ। पूरी खबर यहां पढ़ें।
सर्च के दौरान 19 अप्रैल 2016 को ‘द क्विंट’ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर एक खबर मिली। इसमें अशिता के इंटरव्यू को देखा जा सकता है। इसके अलावा रिसेप्शन के फुटेज का भी इस खबर में इस्तेमाल किया गया है। इसमें अशिता के पिता नरेंद्र बाबू और शकील के पिता मुख्तार अहमद का भी इंटरव्यू देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज एक बार पहले भी वायरल तस्वीर की जांच कर चुका है। इस तस्वीर को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा का कहना है कि उनकी किसी भी बहन की शादी किसी मुस्लिम से नहीं हुई है। वायरल तस्वीर में दिख रही युवती का उनसे कोई संबंध नहीं है।
पड़ताल के अंत में फर्जी दावा करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर संजय लोधी की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर के चार हजार से ज्यादा फ्रेंड और एक हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। यूजर यूपी के रायबरेली का रहने वाला है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि छह साल पहले कनार्टक में हुई हिंदू-मुस्लिम शादी की तस्वीर को कुछ लोग भाजपा नेता कपिल मिश्रा से जोड़ते हुए झूठे दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।
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