Quick Fact Check : अलका लांबा की 5 साल पुरानी तस्‍वीर झूठे दावे के साथ वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि अलका लांबा की पुरानी तस्‍वीर को कुछ लोग झूठे दावों के साथ वायरल कर रहे हैं। फोटो 2015 की है। उस वक्‍त दिल्‍ली में अलका लांबा के साथ मारपीट की गई थी। तस्‍वीर उसी घटना की है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कांग्रेस नेता अलका लांबा को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट फिर से वायरल हो रही है। पोस्‍ट में अलका लांबा की एक पुरानी तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए दावा किया गया कि मायावती पर अभद्र कमेंट करने पर महिलाओं ने अलका लांबा की पिटाई कर दी।

इससे पहले भी यह तस्‍वीर कई बार झूठे दावों के साथ वायरल हो चुकी है। विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि 2015 की पुरानी तस्‍वीर को अक्‍सर कुछ लोग सोशल मीडिया पर अलका लांबा पर निशाना साधने के लिए इस्‍तेमाल करते हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर कुँ. रूपेश सिंह बौद्ध ने 25 मई को अलका लांबा की एक पुरानी तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा : ‘बहनजी पर अभद्र टिप्पणी करने वाली अलका लम्बा को माफी न मांगने पर भीम शेरनीयो ने घर में घुसकर ठोक दिया और उसने अपने पिटाई की भड़ास बीजेपी पर जा निकाली’

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि अलका लांबा की वायरल हो रही तस्‍वीर 2015 की है। उस वक्‍त अलका आम आदमी पार्टी की विधायक थीं। दरअसल जब अलका दिल्‍ली के हनुमान मंदिर के पास नशा मुक्ति अभियान चलाने पहुंची तो कुछ लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में उन पर हमला कर दिया। दैनिक जागरण में उस वक्‍त प्रकाशित खबर को आप यहां पढ़ सकते हैं।

विश्वास न्यूज से बातचीत में अलका लांबा ने बताया कि इस समय फर्जी खबर पर ध्यान देने से बेहतर है कि हम लोग कोरोना के कहर से लड़े और उस लड़ाई को जीतें।

वायरल पोस्‍ट में अलका लांबा के एक ट्वीट की तस्‍वीर भी वायरल है। 2018 के अपने एक वीडियो को अलका लांबा ने 25 मई 2020 को ट्वीट किया, जिसके बाद से सोशल मीडिया में यूजर्स अलका लांबा के पक्ष और विपक्ष में बंट गए। अलका लांबा के ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक यूजर कुँ. रूपेश सिंह बौद्ध की जांच की। हमें पता चला कि यूजर मध्‍य प्रदेश के भोपाल में रहता है।

पूरी पड़ताल आप यहां पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि अलका लांबा की पुरानी तस्‍वीर को कुछ लोग झूठे दावों के साथ वायरल कर रहे हैं। फोटो 2015 की है। उस वक्‍त दिल्‍ली में अलका लांबा के साथ मारपीट की गई थी। तस्‍वीर उसी घटना की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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