Fact Check: मुजफ्फरनगर महापंचायत के नाम से वायरल हो रही है पुरानी तस्वीर, वायरल दावा है फर्जी

विश्वास न्यूज़ की जाँच में यह दावा फर्जी पाया गया। किसान महापंचायत के नाम से वायरल हुई यह तस्वीर मुजफ्फरनगर की नहीं है।

Fact Check: मुजफ्फरनगर महापंचायत के नाम से वायरल हो रही है पुरानी तस्वीर, वायरल दावा है फर्जी

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में हुई किसानों की महापंचायत के नाम पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें लोगों की भीड़ को बसों में भरकर जाते हुए देखा जा सकता है। वायरल फोटो में लोगों के हाथों में किसान यूनियन का झंडा भी देखा जा सकता है। फोटो को शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर मौजूद यूजर दावा कर रहे हैं कि यह तस्वीर मुजफ्फरनगर महापंचायत की है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह तस्वीर सितंबर 2020 की है जब अलग – अलग किसान संगठनों के लोग पटियाला से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करने जा रहे थे। जिसे हाल का बताते हुए वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक पेज S S Times ने वायरल तस्वीर को 5 सितम्बर को अपलोड करते हुए लिखा,”मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत पर आज ही 3 लाख किसान पहुंच गए हैं,मुझे लग रहा हैं अभी तक की सारी रैलियों का रिकॉर्ड टूटने वाला हैं । ये किसान कौम अपना हक लेके रहेगी।”

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।

फेसबुक पोस्‍ट का कंटेंट यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इस तस्वीर को दूसरे यूजर्स भी लगातार वायरल कर रहे हैं।

पड़ताल

अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने यांडेक्स टूल के ज़रिये वायरल की जा रही तस्वीर को सर्च किया। सर्च में यह तस्वीर हमें बहुत सारी मीडिया रिपोर्ट्स में पब्लिश मिली। ट्रिब्यून इंडिया की वेबसाइट पर 19 सितंबर 2020 को पब्लिश हुई एक खबर में मिली। खबर में तस्वीर के साथ लिखा गया था” Farmers in Patiala on their way to stage a protest against the Centre over farm Bills” पूरी खबर यहाँ पढ़े। तस्वीर में न्यूज एजेंसी पीटीआई का नाम लिखा हुआ था।

विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाया और हमें deccanherald पर 20 सितंबर 2020 को पब्लिश हुए एक आर्टिकल में वायरल तस्वीर से ही मिलती-जुलती एक फोटो मिली। तस्वीर के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा गया था, “Members of various farmers’ organizations on their way to stage a protest against the central government over agriculture related ordinances, in Patiala. Credit: PTI “हिंदी अनुवाद : अलग – अलग किसान संगठनों के लोग पटियाला से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करने जा रहे हैं। खबर को यहाँ पढ़ें। फोटो में क्रेडिट न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को दिया गया था।

outlookindia की फोटो गैलरी में और news18 की वेबसाइट में किसान प्रोटेस्ट से जुडी तस्वीरों में हमें यह तस्वीर भी मिली ।

विश्वास न्यूज़ ने वायरल तस्वीर से जुड़ी पुष्टि के लिए दैनिक जागरण के मेरठ रिपोर्टर हिमांशु द्विवेदी से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया कि यह तस्वीर मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत की नहीं है। वायरल दावा गलत है।

आपको बता दें कि 5 सितम्बर 2021 को यूपी के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत हुई थी, जिसमें भारी तादाद में किसानों ने हिस्सा लिया था।

पड़ताल के अंत में हमने फोटो को शेयर करने वाले फेसबुक पेज की जांच की। जाँच में हमने पाया कि इस पेज को 3,264 लोग फॉलो करते हैं। इस पेज को 5 जनवरी 2021 को बनाया गया है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जाँच में यह दावा फर्जी पाया गया। किसान महापंचायत के नाम से वायरल हुई यह तस्वीर मुजफ्फरनगर की नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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