Fact Check : कोलकाता की 5 साल पुरानी तस्‍वीर अब गुजरात चुनाव में वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। गुजरात में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच सोशल मीडिया में एक फोटो खूब वायरल की जा रही है। इस तस्‍वीर में लोगों का हुजूम देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्‍वीर को गुजरात की बताकर आम आदमी पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि यह तस्‍वीर आप नेता गोपाल इटालिया के सूरत में नामांकन के दौरान रोड शो की है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल तस्‍वीर की जांच की तो पता चला कि इसका गुजरात से कोई संबंध ही नहीं है। तस्‍वीर पश्चिम बंगाल की है। असली तस्‍वीर 21 जुलाई 2017 की तारीख को अपलोड पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी के फेसबुक पेज पर मिली।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर दिग्विजय राय ने 13 नवंबर को एक तस्वीर को गुजरात की बताते हुए दावा किया : ‘गोपाल इटालिया ने आज सुरत में राघवा चढ्ढा के साथ भव्य रोड शो करते हुए नामांकन दाखिल किया। यह तस्वीर गुजरात की जनता का मुड साफ साफ बयां कर रही है।’

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। पोस्‍ट को सच समझ कर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं।

पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की शुरुआत गूगल रिवर्स इमेज टूल से की। सबसे पहले सूरत के नाम से वायरल तस्‍वीर को इस टूल में अपलोड करके सर्च किया। असली तस्‍वीर हमें अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की वेबसाइट पर मिली। पार्टी की वेबसाइट पर 21 जुलाई 2018 को पब्लिश एक खबर में इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल किया गया। इसमें बताया गया कि कोलकाता के मेयो रोड पर 21 जुलाई 1993 को पुलिस फायरिंग में मारे गए 13 लोगों की याद में धर्मतल्‍ला में आयोजित शहीद दिवस के कार्यक्रम में लाखों लोग जुटे। तस्‍वीर को लेकर बताया गया कि यह पिछले साल की है। इसके बारे में विस्‍तार से यहां पढ़ें।

पड़ताल के दौरान ममता बनर्जी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी ओरिजनल तस्‍वीर मिली। 21 जुलाई 2017 को पोस्‍ट की गई कई तस्‍वीरों के साथ इस तस्‍वीर को भी अपलोड किया गया। इसमें बताया गया कि शहीद दिवस के दिन लाखों की तादाद में लोगों का हुजूम उमड़ा था। इसे यहां देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, सूरत के संवाददाता मयूर ठक्कर से संपर्क किया। उन्‍होंने हमारे साथ नामांकन की असली तस्‍वीरें और वीडियो शेयर करते हुए बताया कि वायरल तस्‍वीर फेक है। गोपाल इटालिया सूरत की कतारगाम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने आम आदमी पार्टी, गुजरात के फेसबुक पेज को खंगाला। यहां हमें गोपाल इटालिया के नामांकन से जुड़ा वीडियो मिला। इस वीडियो और वायरल तस्‍वीर में दिख रही जगह और लोगों की तादाद में काफी अंतर देखा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर दिग्विजय राय एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में गोपाल इटालिया के नाम से वायरल तस्‍वीर पश्चिम बंगाल के कोलकाता की निकली। यह तस्‍वीर पांच साल पुरानी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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