नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के साथ हो रही छेड़छाड़ को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के पहले चरण का है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी समय पहले से मौजूद हैं, जो पिछले साल लोकसभा चुनाव के वक्त भी वायरल हुआ था।
फेसबुक यूजर ‘Md Imtiyaz’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”पहले ही चरण की वोटिंग में खेल सुरु हो गया है बीजेपी वोट डालो हाथी पे जाता कमल पे।”
कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है।
इनविड टूल की मदद से मिले की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर हमें यह वीडियो कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स की प्रोफाइल पर मिला, जिसे उन्होंने पिछले साल अपनी प्रोफाइल से शेयर किया है।
एक अन्य फेसबुक पेज ‘भावी प्रधानमंत्री माननीय बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद’ से भी समान वीडियो को 21 मई 2019 को शेयर किया गया है।
न्यूज सर्च में भी अप्रैल 2019 में प्रकाशित ऐसे कई आर्टिकल मिले, जिसमें इस घटना का जिक्र है। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘यूपी में ईवीएम गड़बड़ी की शिकायत करते हुए बहुजन समाज पार्टी ने चुनाव आयोग को इस संबंध में पत्र लिखा है। बीएसपी ने आरोप लगाया है कि कुछ बूथों पर बीएसपी के सिंबल हाथी के सामने बटन दबाने के बावजूद वोट बीजेपी को गया है, जिसकी विडियो क्लिप भी मौजूद है। बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने इस बारे में चुनाव आयोग को अवगत कराते हुए ईवीएम की एक क्लिप भी कमीशन को भेजी है।’
इससे यह साबित होता है कि जिस वीडियो को बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह करीब डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होना है। पहले चरण के लिए 28 अक्टूबर को मतदान हो चुका है, जबकि दूसरे और तीसरे चरण के लिए क्रमश: 3 और 7 नवंबर को मतदान होना है।
वायरल वीडियो को गौर से देखने पर हमें ईवीएम पर पार्टी सिंबल के साथ प्रत्याशियों का नाम लिखा हुआ नजर आया। कांग्रेस के पार्टी सिंबल के आगे राज किशोर सिंह, बहुजन समाज पार्टी के पार्टी सिंबल के आगे राम प्रसाद चौधरी और बीजेपी के पार्टी सिंबल के आगे हरीश द्विवेदी का नाम लिखा हुआ नजर आया।
इन कीवर्ड्स को सर्च करने पर हमें ‘दैनिक जागरण’ में प्रकाशित खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, ये सभी व्यक्ति लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान उत्तर प्रदेश की बस्ती लोकसभा सीट से उम्मीदवार थे और यह सीट बीजेपी के खाते में गई थी।
आठ सेकेंड के वायरल वीडियो में दो सेकेंड के फ्रेम में साफ देखा जा सकता है कि हाथों की दो उंगलियों से एक साथ दो बटन को दबाया जा रहा है। पहली उंगली बीएसपी के चुनावी चिह्न वाले बटन पर है, जबकि दूसरी ऊंगली बीजेपी के चुनावी चिह्न वाले बटन के सामने हैं।
ऐसे में संभव है कि किसी ने जानबूझकर दो बटन पर ऊंगलियों को एक साथ किसी एक बटन को दबाया हो, और वीवीपैट में वही नतीजा सामने आया हो।
विश्वास न्यूज ने इस वीडियो लेकर बस्ती के सहायक निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार सिंह से संपर्क किया। हमने उन्हें यह वीडियो भेजकर पूछा कि क्या ऐसा कोई वाकया पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान बस्ती निर्वाचन क्षेत्र में सामने आया था। उन्होंने कहा, ‘ऐसा कोई मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया था। पिछले लोकसभा चुनाव में ऐसे कई मामले सामने आए थे, जहां ईवीएम में खराबी पाई गई थी और उन्हें तय प्रक्रिया के तहत चुनाव से पहले बदल दिया गया था। चुनावों में ऐसा होता है और हर जिले में ईवीएम में संभावित खराबी को देखते हुए रिजर्व ईवीएम की व्यवस्था भी की जाती है।’
सिंह ने इस वीडियो के पिछले साल बस्ती में हुए लोकसभा चुनाव से संबंधित होने की पुष्टि नहीं की। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा, ‘वीडियो को देखकर ऐसा लगता है कि किसी ने जानबूझकर इसे बनाया है।’
बिहार विधानसभा चुनाव कोरोना महामारी के दौर में होने वाला पहला बड़ा चुनाव है और इस वजह से चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जो दिशानिर्देश जारी किए हैं। उसके मुताबिक, प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं को ईवीएम का बटन दबाने के लिए दस्ताने पहनना जरूरी है और यह दस्ताने चुनाव आयोग की तरफ से प्रत्येक मतदाता को मतदान केंद्र पर मुहैया कराया जाना है। वहीं, वायरल वीडियो में जो व्यक्ति ईवीएम के बटन दबा रहा है, उसके हाथों में दस्ताने नहीं है।
न्यूज सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में हमें ऐसी किसी घटना का जिक्र हो। विश्वास न्यूज ने इसे लेकर बिहार के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजय कुमार सिंह से भी संपर्क किया। हालांकि, हमें उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई।
विश्वास न्यूज भी वायरल वीडियो के सोर्स और ओरिजिन को लेकर कोई दावा नहीं करता है, लेकिन हमारी जांच में यह साबित होता है कि यह वीडियो बिहार चुनाव से संबंधित नहीं है।
वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को बिहार के सीतामढ़ी जिले का रहने वाला बताया है। इस प्रोफाइल को फेसबुक पर करीब तीन हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में ईवीएम में गड़बड़ी के दावे के साथ वायरल हो रहा पोस्ट गलत है।
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