Fact Check : नरेंद्र मोदी की पुरानी तस्‍वीरों से की गई है छेड़छाड़, वायरल पोस्‍ट फेक है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक कोलाज वायरल हो रहा है। इसे पीएम नरेंद्र मोदी की पुरानी तस्‍वीरों का यूज करते हुए कई सारे डिशेज वाली एक तस्‍वीर को जोड़कर बनाया गया है। इसमें दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी 56 भोग खा रहे हैं। विश्‍वास टीम की पड़ताल में यह तस्‍वीर फोटोशॉप्‍ड निकली।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में?

फेसबुक यूजर नीतू सिंह ने ‘भारतीय मुसलमानों का ग्रुप’ में फर्जी पोस्‍ट डालते हुए दावा किया कि पीएम मोदी 56 भोग खा रहे हैं। यह पोस्‍ट 1 मई को की गई। फेसबुक ग्रुप के अलावा कई यूजर इसे अपनी वॉल पर भी शेयर कर रहे हैं।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने वायरल पोस्‍ट की जांच करने के लिए सबसे पहले कोलाज के दाएं हिस्‍से में मौजूद मोदी की तस्‍वीर को क्रॉप करके गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। गूगल के पेजों को स्‍कैन के बाद हमें कई वेबसाइट पर नरेंद्र मोदी की ओरिजनल तस्‍वीर मिली। ओरिजनल तस्‍वीर में मोदी खाना खा रहे हैं, लेकिन थाली में, जबकि वायरल पोस्‍ट में पकवान ही पकवान थे।

अब हमें यह जानना था कि ओरिजनल तस्‍वीर के सोर्स तक जाना था। इसके लिए हमने फिर से गूगल में मौजूद लिंक्‍स को खंगालना शुरू किया। आखिरकार हमें ओरिजनल तस्‍वीर का सोर्स मिल ही गया। एक अंग्रेजी अखबार के आर्काइव में यह तस्‍वीर मौजूद थी। यहां मौजूद जानकारी के अनुसार, नरेंद्र मोदी की खाना खाते हुए ओरिजनल तस्‍वीर उस वक्‍त की है, जब वे गुजरात के मुख्‍यमंत्री थे। 12 नवंबर 2018 को मोदी ने गांधी नगर में पत्रकारों के लिए दिवाली लंच पार्टी का आयोजन किया था।

विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि मोदी की थाली की जगह पकवानों वाली तस्‍वीर Pinterest से ली गई है। यह लेबनानी खाने की टेबल की (मेज) तस्वीर है। इस तस्‍वीर को अलग से मोदी की तस्‍वीर के साथ पेस्‍ट किया गया है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले फेसबुक अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की। Stalkscan की मदद से हमें पता चला कि नीतू सिंह नाम के फेसबुक अकाउंट को 6521 लोग फॉलो करते हैं। इस अकाउंट के अनुसार, यह अकाउंट कांग्रेस को समर्थन करने वाले किसी यूजर का है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की जांच में पता चला कि नरेंद्र मोदी की पुरानी तस्‍वीर पर फोटोशॉप्‍ड करके लेबनानी मेज नाम की डिशेज की फोटो लगाई गई है।

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False
Symbols that define nature of fake news
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