Fact Check : मोदी की यह तस्‍वीर पुलवामा आतंकी हमले के बाद की नहीं, 2015 की है

Fact Check : मोदी की यह तस्‍वीर पुलवामा आतंकी हमले के बाद की नहीं, 2015 की है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। पुलवामा आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया में झूठ और अफवाहों की बाढ़ आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की एक पुरानी तस्‍वीर को वायरल करते हुए कहा जा रहा है कि सैनिकों की हत्‍या के बाद पटना में दोनों हंसते हुए दिखे। जबकि विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि जिस फोटो के आधार पर यह झूठ फैलाया जा रहा है, वह तस्‍वीर अभी की नहीं, बल्कि 2015 की है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में?

पंडित वी. एस. पेरियार (@vsk556) नाम के फेसबुक अकाउंट से 17 फरवरी को रात में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की पुरानी तस्‍वीर को अपलोड करते हुए लिखा गया – ”सैनिकों की हत्या (साथ-साथ तमाम सरकार की असफलता के मुद्दों की हत्या) से दुखी मोदी आज पटना रैली में, एक के बाद एक चुनाव रैली मे सैनिकों के लिए दौड़ते और गमजदा।”

इस पोस्‍ट को अब तक 365 लोगों ने शेयर किया। यही तस्‍वीर फेसबुक पर अलग-अलग अकाउंट और Twitter पर भी खूब वायरल हो रही है।

फेसबुक पर फर्जी वायरल पोस्‍ट

पड़ताल

वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले हमने तस्‍वीर को क्रॉप करके गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया। इसके बाद हमारे सामने कई खबरों के लिंक खुल गए। सबसे पहला लिंक हमें Indianexpress.com का मिला। 26 जुलाई, 2015 को वेबसाइट ने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की वही तस्‍वीर यूज की थी, जो अभी वायरल हो रही है। Indianexpress.com के लिंक के मुताबिक, नरेंद्र मोदी 25 जुलाई यानि शनिवार को बिहार की राजधानी में थे। उसी दिन उन्‍होंने नीतीश कुमार के साथ मंच शेयर किया था। वायरल फोटो को पीटीआई के फोटोग्राफर ने क्लिक किया था।

इंडियन एक्‍सप्रेस की वेबसाइट पर प्रकाशित पुरानी खबर

InVID की मदद से हमें भाजपा का 25 जुलाई, 2015 का एक Tweet मिला। InVID के लिए हमने @Bjp4India लिखकर 25 जुलाई से लेकर 26 जुलाई, 2015 के बीच के Tweet सर्च किए। इसमें इवेंट का पूरा वीडियो अपलोड था।

पुराना Tweet सर्च करने के लिए InVID का यूज

वीडियो के अनुसार, पटना के वेटनेरी कॉलेज मैदान में यह समारोह हुआ था। वीडियो में यह साफ देखा जा सकता है कि जिस तस्‍वीर को अभी की बताकर शेयर किया जा रहा है, वह लगभग चार साल पुरानी है। वायरल फोटो में मोदी और नीतीश कुमार ने वही शॉल पहनी हुई है, जो 2015 के समारोह में पहनी थी। इसके अलावा वह बटन भी दिख रहा है, जो वायरल तस्‍वीर में है। इसके अलावा मोदी के पीछे बैठे हुए सुरक्षाकर्मी को भी देखा जा सकता है। पूरा वीडियो यहां देखा जा सकता है।

भाजपा के Youtube चैनल पर मौजूद पटना का पुराना वीडियो

इसके अलावा नरेंद्र मोदी की वेबसाइट narendramodi.in पर भी इससे जुड़ी खबर, फोटो और वीडियो अपलोड हैं। खबर की हेडिंग है : PM launches various development projects in Patna. यह खबर 25 जुलाई, 2015 को अपलोड की गई है। पूरी खबर आप यहां देख सकते हैं।

नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर

अंत में हमने पंडित वी. एस. पेरियार के फेसबुक अकाउंट का Stalkscan.com से सोशल स्‍कैन किया। हमें पता चला कि 5936 लोग इस अकाउंट को फॉलो करते हैं। इस अकाउंट से होने वाली अधिकांश पोस्‍ट भाजपा और सरकार के खिलाफ होती है।

निष्‍कर्ष : सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है नरेंद्र मोदी की हंसती हुई तस्‍वीर पुलवामा हमले के बाद की नहीं, बल्कि 2015 में पटना में हुए एक समारोह की है। इसे जानबूझ कर अब वायरल किया जा रहा है।

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False
Symbols that define nature of fake news
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