Fact Check : सनी देओल को धक्‍के देकर भगाने वाली पोस्‍ट झूठी है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। फेसबुक से लेकर ट्विटर तक पर सनी देओल का एक वीडियो वायरल वायरल हो रहा है। इस वीडियो के बारे में यूजर्स का दावा है कि सनी देओल को धक्‍के मार कर भगाया। विश्‍वास टीम की जांच में वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी साबित हुआ। वीडियो 2 मई 2019 का है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर Swaranjit Singh Sarao ने 11 मई को दोपहर 3:12 बजे एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया कि सनी देओल को धक्के मार कर भगाया। इस वीडियो में सनी देओल भीड़ में फंसे हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो को 358 लोग शेयर कर चुके हैं। इसे WhatsApp पर भी खूब फैलाया जा रहा है।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले वायरल वीडियो को ध्‍यान से देखा। वीडियो में सनी देओल भीड़ में फंसे हुए दिख रहे हैं। कुछ पुलिसकर्मी उन्‍हें भीड़ के बीच में से सुरक्षित ले जा रहे हैं। इस पूरे वीडियो में कहीं भी हमें ऐसा कुछ नहीं दिखा, जिसके आधार पर हम कह सकें कि सनी देओल पर भीड़ गुस्‍सा हो रही है।

इसके बाद अब हमें यह जानना था कि यह वीडियो किस जगह का है। इसके लिए हमने InVID टूल की मदद ली। इनविड में वीडियो का लिंक डालने के बाद इसके एक फ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया।

हमें दैनिक जागरण की एक खबर मिली। इस खबर के अनुसार, सनी देओल डेरा बाबा नानक गए थे। खबर में इस्‍तेमाल की गई तस्‍वीर में सनी देओल ने वैसी ही हल्‍के हरे कलर की रूमाल सिर पर बांधी हुई है, जो वायरल वीडियो में है। इसके अलावा तस्‍वीर में दिख रहे लोग वायरल वीडियो में भी दिख रहे हैं। पूरी खबर में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि सनी देओल पर किसी प्रकार का हमला हुआ है। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

गौरतलब है कि भाजपा उम्‍मीदवार सनी देओल ने 2 मई को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा में पहले दर्शन किया और फिर इसके बाद अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। इसके बाद हमने Youtube पर Sunny Deol Roadshow टाइप करके सर्च किया। यहां हमें कई वीडियो मिले। एक वीडियो हमें दैनिक जागरण का मिला। 2 मई 2019 को अपलोड यह वीडियो डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा का निकला। पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।

इसके बाद विश्‍वास टीम ने गुरदासपुर के जिला भाजपा प्रधान बाल कृष्ण मित्तल से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि 2 मई को डेरा बाबा नानक में कोई बवाल नहीं हुआ था। भीड़ इतनी ज्‍यादा थी कि हर कोई सनी देओल से मिलना चाहता था,लेकिन यह कहना पूरी तरह गलत है कि उन्‍हें धक्‍का मार कर भगाया गया। यह झूठ है।

Stalkscan की मदद से हमने सनी देओल से जुड़ी फर्जी पोस्‍ट करने वाले स्‍वर्णजीत सिंह के फेसबुक प्रोफाइल की सोशल स्‍कैनिंग की। इस अकाउंट को 29 हजार लोग फॉलो करते हैं। पटियाला के रहने वाले यह फेसबुक यूजर एक खास पार्टी के खिलाफ ही पोस्‍ट करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की जांच में पता चला कि वायरल पोस्‍ट का दावा झूठा है। वीडियो में सनी देओल को धक्‍के देकर निकालने की बात झूठी है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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Symbols that define nature of fake news
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