Fact Check: पटना में मस्जिद से चीनी मुस्लिमों के पकड़े जाने का दावा गलत, भ्रामक दावे के साथ वीडियो हो रहा वायरल

बिहार की राजधानी पटना के एक मस्जिद में चीनी मुसलमानों के पकड़े जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो भ्रामक है। पकड़े गए सभी नागरिक किर्गिस्तान के हैं, जिन्हें हिरासत में लेकर क्वारंटाइन में रखा गया है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विदेश मूल के कई नागरिकों को बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह सभी चीनी नागरिक हैं, जिन्हें पटना पुलिस ने एक मस्जिद से पकड़ा है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो पटना का है और उसमें नजर आ रहे विदेश मूल के लोग किर्गिस्तान के नागरिक हैं, न कि चीन के मुसलमान।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Arya Samaj’ ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, ”पटना की मस्जिद से चीनी मुसलमान पुलिस द्वारा पकड़े गए हैं। क्या समझें आप?”

पड़ताल किए जाने तक इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को करीब 500 लोग शेयर कर चुके हैं, जबकि 9000 से अधिक लोग इसे अब तक देख चुके हैं।

पड़ताल

सर्च में हमें यह वीडियो कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स की प्रोफाइल पर मिला, जहां इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

फेसबुक यूजर ‘बिहार Aajtak Live’ ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए दावा किया है कि, ‘पटना के कुर्जी मस्जिद में चीनी मुसलमान पिछले एक महीने से छिप कर रह रहे थे, जिन्हें पुलिस पकड़ कर ले गई।’

वहीं, फेसबुक यूजर ‘Live Bihar’ ने इस वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए दावा किया है पटना पुलिस ने जर्मनी और इटली से आए 12 विदेशी मुसलमानों को पकड़ा है।

एक और यूजर ‘Dr. Sudhanshu Trivedi Fan Club ‘ ने इसी वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए दावा किया है कि पटना के कुर्जी इलाके में इटली और ईरान से आए करीब 50 विदेशी नागरिकों को पकड़ा गया।

इस प्रोफाइल से वायरल वीडियो को करीब 10 हजार से अधिक लोगों से शेयर किया है, जबकि 4500 से अधिक लोगों ने लाइक किया है।

वीडियो में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ”अरे तुम लोग बिहार में कैसे चले आए रे….।” वहीं दूसरे आदमी को स्थानीय भाषा में यह कहते हुए सुना जा सकता है, ”अब बर्दाश्त नहीं होगा…ई सब विदेशी आदमी को उठा कर ले आए हो।” वीडियो में बिहार पुलिस के एक जवान को भी देखा जा सकता है।

वीडियो से मिली जानकारी के आधार पर न्यूज सर्च करने पर न्यूज एजेंसी पीटीआई का ट्वीट मिला, जिसके मुताबिक पटना पुलिस ने किर्गिस्तान के 10 नागरिकों और 2 भारतीयों को हिरासत में लेकर उन्हें जांच के लिए एम्स भेजा है।

आउटलुक इंडिया में पीटीआई के हवाले से छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ‘बिहार के पटना में पुलिस ने किर्गिस्तान के 10 नागरिकों और दो भारतीयों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदिग्ध मानते हुए पकड़ा है, जिनके सैंपल को जांच के लिए एम्स भेजा गया है।’


आउटलुक इंडिया में पीटीआई के हवाले से छपी रिपोर्ट

खबर के मुताबिक स्थानीय लोगों की शिकायत पर पुलिस ने पटना के कुर्जी इलाके में स्थित एक मस्जिद से 12 लोगों को पकड़ा, जिसमें से 10 विदेशी हैं, जबकि दो व्यक्ति गाइड हैं, जो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से छह व्यक्तियों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।

विश्वास न्यूज ने इसे लेकर दीघा थाना प्रभारी मनोज कुमार से बात की। उन्होंने बताया, ‘हमने स्थानीय लोगों की शिकायत पर मस्जिद से 12 लोगों को हिरासत में लिया, जिसमें 10 विदेशी मूल के, जबकि दो उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।’ उन्होंने बताया, ‘वायरल हो रहा वीडियो पटना का ही है और इसमें नजर आ रहे विदेशी मूल के व्यक्ति किर्गिस्तान के रहने वाले हैं, न कि चीन के।’

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सभी विदेशी व्यक्ति इस्लाम के धर्म प्रचारक हैं। उन्होंने बताया कि सभी लोगों को हिरासत में लेकर उनकी जांच के लिए उन्हें पटना एम्स भेजा गया।

आउटलुक इंडिया में पीटीआई के हवाले से छपी रिपोर्ट

विश्वास न्यूज ने इस मामले को लेकर पटना के सिटी एसपी (सेंट्रल) से भी बात की। यह पूछे जाने पर क्या हिरासत में लिए गए व्यक्ति चीनी नागरिक हैं, सिटी एसपी अमरकेश डी ने कहा, ‘कुल 12 लोगों को पकड़ा गया था, जिसमें 10 विदेशी मूल के हैं और सभी के सभी किर्गिस्तान के नागरिक हैं।’ विदेशी नागरिकों के देश में अवैध तरीके से रहने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘सभी नागरिकों के पास वैध दस्तावेज हैं और इनमें से कोई भी अवैध तरीके से पटना में नहीं रह रहा था। फिलहाल इन लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है।’

वायरल वीडियो को शेयर करने वाले फेसबुक पेज को करीब 1 लाख 70 हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: बिहार की राजधानी पटना के एक मस्जिद में चीनी मुसलमानों के पकड़े जाने के दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो भ्रामक है। पकड़े गए सभी नागरिक किर्गिस्तान के हैं, जिन्हें हिरासत में लेकर क्वारंटाइन में रखा गया है।

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