Fact Check: भ्रष्ट देशों की पुरानी सूची वायरल, ताजा रैकिंग में उत्तर कोरिया है अव्वल, भारत नहीं

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि फोर्ब्स की सूची में भारत को एशिया का सबसे भ्रष्ट देश का दर्जा मिला है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गुमराह करने वाला निकला। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ताजा सूची के मुताबिक, एशिया-प्रशांत का सबसे भ्रष्ट देश उत्तर कोरिया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

वायरल पोस्ट में अखबार का स्क्रीन शॉट  लगा हुआ है, जिसकी हेडलाइन है, ‘फोर्ब्स की सूची में भारत एशिया का सबसे भ्रष्ट देश।’ फेसबुक यूजर अभिजीत त्रिपाठी (Abhijeet Tripathi) ने इस न्यूज क्लिप को शेयर करते हुए लिखा है, ‘कुछ कहो, सरकार के बारे में।’

फेसबुक पर वायरल हो रही भ्रामक पोस्ट, जिसमें अखबार की 
दो साल पुरानी कतरन को वायरल किया जा रहा है

पड़ताल किए जाने तक इस पोस्ट को करीब 200 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं।

पड़ताल

फेसबुक पोस्ट में यूज किए गए अखबार की कतरन के मुताबिक, ‘फोर्ब्स ने एशिया के सबसे भ्रष्ट देशों की एक सूची जारी की है, इसमें भारत को सबसे भ्रष्ट देश बताया गया है और पाकिस्तान इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है। ट्विटर पर जारी इस लिस्ट में पहले नंबर पर भारत, दूसरे पर वियतनाम, तीसरे पर थाईलैंड, चौथे पर पाकिस्तान और पांचवें नंबर पर म्यांमार है। यह सूची ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के 18 महीने के सर्वेक्षण पर आधारित है। इसमें 16 देशों के 20 हजार से ज्यादा लोगों से बातचीत की गई।’

न्यूज सर्च में नईदुनिया पर एक सितंबर 2017 को प्रकाशित खबर का लिंक मिला, जिसमें भारत की इसी रैकिंग का जिक्र था।

खबर के मुताबिक, ‘ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के हालिया सर्वे के अनुसार भारत, एशिया का सबसे भ्रष्ट देश है। फोर्ब्स द्वारा जारी लिस्ट में एशिया के पांच सबसे ज्यादा भ्रष्ट देशों के नाम हैं। इसके रिपोर्ट के अनुसार, घूसखोरी के मामले में भारत ने वियतनाम, पाकिस्तान और म्यांमार को भी इस मामले में पीछे छोड़ दिया है।’

फोर्ब्स इंडिया के ट्विटर हैंडल पर 1 सितंबर 2017 को किए गए ट्वीट में इस रिपोर्ट को देखा जा सकता है।

यानी जिस रैंकिंग में भारत को एशिया के सबसे भ्रष्ट देशों की सूची में रखा गया था, वह 2017 में आई सूची है, जिसमें 2016 की रैकिंग तय की गई थी। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट से इसकी पुष्टि होती है।

रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 के मुकाबले 2018 में भारत की रैंकिंग में सुधार आया है। 2018 में सीपीआई स्कोर में एक अंक का सुधार हुआ, जिसकी वजह से भारत की रैकिंग में 3 पायदान का इजाफा हुआ।

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया के कम्युनिकेशन टीम के बृज भूषण सिंह ने विश्वास न्यूज को बताया, ‘2018 के करप्शन परसेप्शन इंडेक्स (सीपीआई) में 180 देशों के मुकाबले भारत की रैकिंग 78वीं है। वहीं, एशिया-पैसिफिक में कुल 31 देशों की रैंकिंग की जाती है, जिसमें 2018 में भारत 13वें पायदान पर मौजूद है। 2018 की रैकिंग के मुताबिक, एशिया-पैसिफिक में सबसे भ्रष्ट देश उत्तर कोरिया है, जिसकी रैकिंग 176 है। वहीं, न्यूजीलैंड सबसे साफ-सुथरी छवि के साथ ईमानदारी की रैकिंग में सबसे ऊपर बरकरार है।’

निष्कर्ष: एशिया के सबसे भ्रष्ट देशों में भारत के शामिल होने को लेकर वायरल हो रहा दावा पुराना है, जो 2017 की पुरानी रिपोर्ट पर आधारित है। 2018 में भारत की रैकिंग में सुधार हुआ है और हालिया रैकिंग के मुताबिक, एशिया-पैसिफिक का सबसे भ्रष्ट देश उत्तर कोरिया है।

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