Fact Check: यूपी के CM योगी आदित्यनाथ के नाम से वायरल हो रहा यह बयान फर्जी है

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। यह ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट एडिटेड है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है।

नई दिल्ली (Vishvas Team). हाथरस वारदात को लेकर पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही हैं। इसी क्रम में एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें एक ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट देखी जा सकती है। इस ब्रेकिंग प्लेट में उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ के ठाकुरों को लेकर बयान को दर्शाया गया है। बयान के अनुसार योगी ने कहा, “ठाकुरों का खून गर्म है, इसलिए ठाकुरों से गलती हो जाती हैं”।

विश्वास टीम ने इस वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट एडिटेड है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूज़र طلحہ بن مقیب ने 4 अक्टूबर को एक ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट को शेयर किया, जिसमें उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ के ठाकुरों को लेकर बयान को दर्शाया गया है। इस प्लेट को अपलोड करते हुए कैप्शन में लिखा: “#आदित्यनाथ का कहना है कि ठाकुरों का खून गर्म है, इसलिए ठाकुरों से गलती हो जाते हैं ….. !!! इन #ठाकुरऔर_ब्राह्मण के वजह से ही पुरे देश में बलात्कारी यो के खिलाफ कोई कानून नहीं बनाई अब-तक। क्यों की कानून बन गया तो देश के आधे ठाकुर और ब्राह्मण को मोती की सज़ा होगी। भाइयों और बहनों जाग जाओ खुल कर विरोध करो नहीं तो तुम्हारे घर में घुस कर किसीको भी नहीं छोड़ेंगे ये दरिंदे और राक्षस !!! SP और DSP को सस्पेंड करके सरकार की गलतियां छुपाने की जरूरत नहीं है। क्यों की सरकार के बिना अनुमति से अधिकारी का कोई हिम्मत नहीं हे इतना बड़ा कदम उठाने को। इसलिए इस सरकार को बर्खास्त करना चाहिए। एक देश एक संविधान एक कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए। जात-पात-धर्म के आधार पर कोई कानून नहीं होना चाहिए।

इस पोस्ट का फेसबुक और आर्काइव्ड लिंक यहां देख सकते हैं।

पड़ताल

पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस ब्रेकिंग प्लेट को ध्यान से देखा। वायरल हो रहे एक पोस्ट में हिंदी न्यूज चैनल आजतक का कथित ब्रेकिंग प्लेट नजर आ रहा है, जिस पर योगी आदित्यनाथ के हवाले से लिखा हुआ है, ‘ठाकुरों का खून गर्म है, ठाकुरों से गलती हो जाती है: योगी’

किसी भी न्यूज चैनल के ब्रेकिंग न्यूज प्लेट की अपनी एक डिजाइन और शैली होती है। जिसमें सामान्य तौर पर फॉन्ट की एकरूपता होती है, लेकिन वायरल हो रहे प्लेट में अलग-अलग तरह के फॉन्ट को देखा जा सकता है, जिससे इसके वास्तविक होने का संदेह पैदा होता है।

अब हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए आजतक के ट्विटर हैंडल की तरफ रुख किया। आजतक के ट्विटर हेंडल पर 2 अक्टूबर 2020 को अपलोड एक वीडियो बुलेटिन में हूबहू वायरल ब्रेकिंग प्लेट जैसी झलक देखी जा सकती हैं पर उस न्यूज़ बुलेटिन में कहीं भी योगी के हवाले से ऐसा कोई बयान नहीं लिखा गया था। इस से यह साबित होता है कि वायरल ब्रेकिंग प्लेट एडिटेड है। असली ब्रेकिंग प्लेट और वायरल ब्रेकिंग में फर्क नीचे देखा जा सकता है।

हमें आजतक के ट्विटर हैंडल पर इस एडिटेड ब्रेकिंग प्लेट को लेकर 3 अक्टूबर 2020 को किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने साफ़ किया कि उनके चैनल के नाम से एडिटेड ब्रेकिंग प्लेट वायरल हो रही है।

अब हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए न्यूज़ सर्च के जरिए यह जानना चाहा कि क्या योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई बयान दिया है। हमें अपनी पड़ताल में ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि योगी आदित्यनाथ ने ठाकुरों को लेकर ऐसा कोई बयान दिया है।

पड़ताल के अगले चरण में हमने इस ब्रेकिंग प्लेट को लेकर आजतक के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई से सम्पर्क किया। राजदीप ने इस प्लेट को देखते ही कहा कि यह ब्रेकिंग प्लेट फर्जी है।

इस एडिटेड ब्रेकिंग प्लेट को सोशल मीडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं और इन्ही में से एक है طلحہ بن مقیب नाम का फेसबुक यूज़र। यह यूज़र हैदराबाद में रहता है और इसे 1,269 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। यह ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट एडिटेड है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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