महिला की गोद में बच्चे की तस्वीर अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की तस्वीर नहीं, बल्कि समाज सेवी रानु शंकर की बचपन की तस्वीर है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। तस्वीर में एक औरत बच्चे को गोद में लिए हुए है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की तस्वीर है। तस्वीर में वे अपनी मां कृष्णा देवी के साथ हैं। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया जा रहा दावा गलत है। यह तस्वीर अटल बिहारी वाजपेयी की नहीं है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक पर यह पोस्ट मिशन अखंड हिन्दू राष्ट्र निर्माण नामक यूजर ने साझा की है, जिस पर लिखा गया हैः मां की गोद में बालक अटल जी।
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने पड़ताल शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद से ढूंढा। काफी ढूंढने के बाद हमें बिना क्राॅप हुई यह तस्वीर रानु शंकर नामक यूजर के फेसबुक वाॅल पर दो साल पहले अपलोड की हुई मिली। शंकर ने यह तस्वीर 8 मार्च 2018 को पोस्ट की थी, लेकिन उन्होंने तस्वीर के साथ कुछ भी नहीं लिखा था।
विश्वास न्यूज ने रानु शंकर से संपर्क किया। रानु शंकर मुजफ्फरपुर के कमलपुरा के रहने वाले हैं और गांधी स्वराज आश्रम नामक संस्थान चलाते हैं। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पारु विधानसभा सीट से जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) से चुनाव भी लड़ा था।
हमसे फोन पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि यह तस्वीर उनके बचपन की तस्वीर है और तस्वीर में उनके साथ उनकी मां नीलम शंकर हैं। रानु शंकर के अनुसार, यह तस्वीर उन्होंने दो साल पहले मदर्स डे के मौके पर अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर की थी, जिसके बाद कुछ लोगों ने इस क्राॅप कर अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की तस्वीर बता कर शेयर करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि उनका जन्म 1976 में हुआ था और यह तस्वीर 1977 या 1978 में खींची गई थी। 1980 में उनकी मां का निधन हो गया था।
रानु शंकर ने हमें उनके घर लगी मां के साथ तस्वीरें वाॅट्सऐप के जरिए भेजीं।
फेसबुक पर वायरल पोस्ट मिशन अखंड हिन्दू राष्ट्र निर्माण नामक यूजर ने शेयर की है। यूजर की प्रोफाइल को स्कैन करने पर हमने पाया कि खबर लिखे जाने तक यूजर के 171 फॉलोअर्स थे।
निष्कर्ष: महिला की गोद में बच्चे की तस्वीर अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन की तस्वीर नहीं, बल्कि समाज सेवी रानु शंकर की बचपन की तस्वीर है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।