Fact Check: नहीं, यह अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर की तस्वीर नहीं है

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर की तस्वीर के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्‍ट फर्जी है। राम मंदिर के नाम पर शेयर की जा रही तस्वीर बंगाल में बन रहे इस्कॉन के ‘टेंपल ऑफ द वैदिक प्लेनेटेरियम’ (TOVP) का 3-D मॉडल है, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के निर्माण को लेकर भूमिपूजन की तैयारियां जोरशोर से चल रही है। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह अयोध्या में बनने वाले प्रस्तावित राम मंदिर का वास्तुशिल्प है। यानी निर्माण के बाद राम मंदिर ऐसा ही नजर आएगा।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। जिस तस्वीर को प्रस्तावित राम मंदिर का बताकर साझा किया जा रहा है, वह पश्चिम बंगाल के मायापुर में बन रहे इस्कॉन के ‘टेंपल ऑफ द वैदिक प्लेनेटेरियम’ (TOVP) का 3-D मॉडल है, जिसका शुभारंभ 2022 में किया जाना है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Kailash Fogla’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है,  ”ARCHITECTURAL VIEW OF PROPOSED RAM MANDIR.”

अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर की तस्वीर के दावे के साथ वायरल हो रही फर्जी पोस्ट

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इसे अयोध्या में बनने वाले प्रस्तावित राम मंदिर का वास्तुशिल्प मानकर शेयर किया है।

पड़ताल

गौरतलब है कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राम मंदिर के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट का गठन किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 फरवरी 2020 को इस बारे में लोकसभा में घोषणा की थी।

Source-श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट

सर्च में हमें न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की फोटो गैलरी में 22 अक्टूबर 2019 को अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के प्रस्तावित मॉडल की तस्वीर मिली, जो कहीं से भी वायरल हो रही तस्वीर से मेल नहीं खाती है।

अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर का मॉडल  (Source-Reuters Photo Gallery)

‘दैनिक जागरण’ में 24 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल के डिजाइन को नए सिरे से अंतिम रूप दे दिया गया है, जिस पर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी अंतिम मुहर लगा दी है। नए लेआउट के तहत मंदिर पहले अधिक भव्य बनेगा। इसमें पांच नहीं, बल्कि आसमान छूते छह शिखर होंगे।’

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 24 जुलाई को प्रकाशित खबर

हिंदी न्यूज चैनल ‘आज तक’ के वीडियो बुलेटिन से इसकी पुष्टि होती है, जिसमें प्रस्तावित राम मंदिर के नक्शे में किए गए बदलाव की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रस्तावित मंदिर के मूल रूप में कोई बदलाव नहीं होगा और मंदिर अब दो मंजिल की बजाए तीन मंजिल का होगा।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वास्तुशिल्पी चंद्रकांत सोमपुरा ने प्रस्तावित राम मंदिर के मूल मॉडल का निर्माण किया था। ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्य शिल्पीकार चंद्रकांत सोमपुरा के दोनों बेटे निखिल और आशीष सोमपुरा को मंदिर के नए मॉडल को तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है।

हिंदुस्तान टाइम्स की वेबसाइट पर 21 जुलाई को प्रकाशित खबर

विश्वास न्यूज ने वायरल हो रही तस्वीर की सत्यता जानने के लिए आशीष सोमपुरा से संपर्क किया। हमने उनसे पूछा कि क्या यह प्रस्तावित राम मंदिर के मॉडल का 3-D चित्रांकन है। आशीष ने वायरल तस्वीर को फर्जी बताते हुए कहा, ‘यह प्रस्तावित राम मंदिर की तस्वीर नहीं है।’

इसके बाद हमने वायरल हो रही तस्वीर के ओरिजिनल सोर्स को खोजने की कोशिश की। गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर  ‘टेंपल ऑफ द वैदिक प्लेनेटेरियम’ (TOVP) की वेबसाइट tovp.org की फोटो गैलरी में मिली। तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कंसियसनेस (इस्कॉन) का प्रोजेक्ट है, जिसका निर्माण कार्य जारी है।

Source-TOVP

वेबसाइट के फेसबुक पेज पर दी गई जानकारी के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के मायापुर में बन रहे इस मंदिर के निर्माण कार्य का पहला चरण पूरा किया जा चुका है और दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है। मंदिर का शुभारंभ 2022 में गौर पूर्णिमा के दिन किया जाना है।

Source-TOVP Facebook Page

TOVP के यू-ट्यूब चैनल पर हमें इस निर्माणाधीन मंदिर के मास्टर प्लान का वीडियो मिला, जिसमें इसके 3-D वास्तुशिल्प को दिखाया गया है।

यानी जिस वास्तुशिल्प को अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह वास्तव में इस्कॉन के निर्माणाधीन ‘टेंपल ऑफ द वैदिक प्लेनेटेरियम’ की 3-D इमेज है।

वायरल तस्वीर को शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को ओडिशा के कटक का रहने वाला बताया है।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर की तस्वीर के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्‍ट फर्जी है। राम मंदिर के नाम पर शेयर की जा रही तस्वीर बंगाल में बन रहे इस्कॉन के ‘टेंपल ऑफ द वैदिक प्लेनेटेरियम’ (TOVP) का 3-D मॉडल है, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है।

False
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