Fact Check: अयोध्या को भगवा रंग से सजाए जाने के दावे के साथ वायरल हो रही यह तस्वीरें प्रयागराज की है

राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन से पहले पूरे अयोध्या शहर को भगवा रंग में रंगे जाने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीरें प्रयागराज की है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर अयोध्या में चल रही तैयारियों के बीच सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें शेयर की जा रही है, जिसमें भगवा रंग से पुते घरों और गलियों को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन से पहले अयोध्या शहर का सौंदर्यीकरण करते हुए उसे भगवा रंग से रंग दिया गया है।

विश्वास न्यूज की दावा में यह गलत निकला। अयोध्या के नाम से वायरल हो रही सभी तस्वीरें प्रयागराज की हैं।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर ‘Nitesh Kumar’ ने तस्वीरों (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”अयोध्या तैयार, पुरे अयोध्या शहर को भगवा रंगो से सजा दिया!!!
बोलो जोर से #जयश्रीराम 🚩🚩🚩🙏🏻🙏🏻जयश्रीराम 🚩🚩🚩”

https://twitter.com/Niteshkrai/status/1287353542110404608

सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी यूजर्स ने इन तस्वीरों को अयोध्या का मानकर शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट में चार तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है। विश्वास न्यूज ने बारी-बारी से इन तस्वीरों के साथ किए गए दावे की जांच की।

पहली और दूसरी तस्वीर

अयोध्या के नाम से वायरल हो रही तस्वीरें

गूगल रिवर्स इमेज सर्च में पहली तस्वीर ‘डेक्कन हेराल्ड’ की वेबसाइट पर 15 जुलाई को प्रकाशित खबर में मिली।

प्रयागराज  के एक गली की तस्वीर (Source-PTI)

न्यूज एजेंसी पीटीआई की तस्वीर के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक कारोबारी ने बीजेपी नेता के निर्देश पर उसके घरों को भगवा रंग से रंगवाए जाने के खिलाफ शिकायत की। शिकायत में बीजेपी नेता और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ को इस मामले में आरोपी बनाते हुए उन पर प्रयागराज के ‘भगवाकरण’ का आरोप लगाया गया था।

इसी खबर में हमें दूसरी तस्वीर भी मिली, जो इसी प्रकरण से संबधित है।


प्रयागराज  के एक गली की तस्वीर (Source-PTI)

तीसरी तस्वीर

अयोध्या के नाम पर वायरल हो रही तीसरी तस्वीर

गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर ‘नेशनल हेराल्ड’ की वेबसाइट पर 14 जुलाई को प्रकाशित खबर में मिली। यह तस्वीर भी प्रयागराज के वाकये से जुड़ी हुई है।

नैशनल हेराल्ड की वेबसाइट पर लगी तस्वीर

खबर के मुताबिक, प्रयागराज के एक कारोबारी ने उसके घर को जबरन भगवा रंग से रंग दिए जाने के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। कारोबारी का कहना है कि जब उसने लोगों को ऐसा करने से रोका, तो उनके साथ गाली-गलौच करते हुए उन्हें धमकाया गया। जिस गली के मकानों को रंगा गया था, उसमें गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ का घर है, जो उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हैं।

न्यूज सर्च में हमें ANI का एक पुराना ट्वीट मिला, जिससे इन तीनों तस्वीरों के प्रयागराज के होने की पुष्टि होती है। 13 जुलाई के ट्वीट में प्रयागराज के पुलिस अधीक्षक (क्राइम) आशुतोष मिश्रा का भी बयान है। इसके मुताबिक, ‘दो लोगों ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके घरों को कुछ लोगों ने जबरन भगवा रंग से पोत दिया। इस मामले में शिकायत दर्ज कर जांच की जा रही है।’

हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ (प्रयागराज) राकेश पांडेय ने इन तस्वीरों के प्रयागराज से जुड़े होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा, ‘यह शहर के बहादुरगंज गली का मामला था। गली के मकानों को जबरिया रंगे जाने के मामले के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी हुई थी।’

‘दैनिक जागरण’ की वेबसाइट पर 15 जुलाई को प्रकाशित रिपोर्ट में इस मामले की विस्तृत जानकारी को पढ़ा जा सकता है।

चौथी तस्वीर

अयोध्या के नाम से वायरल हो रही चौथी तस्वीर

गूगल रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर हमें यह तस्वीर गेट्टी इमेजेज की वेबसाइट पर मिली। यह तस्वीर भी प्रयागराज की है, लेकिन उपरोक्त वर्णित प्रकरण से संबंधित नहीं है।

Source-Getty Images

दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर 9 दिसंबर 2018 को ली गई थी। यह तस्वीर ‘पेंट माय सिटी’ प्रोजेक्ट के तहत गंगा नदी पर बने शास्त्री पुल के पिलर्स पर बनाई गई थी। ‘पेंट माय सिटी’ प्रोजेक्ट का आयोजन कुंभ मेला की तैयारियों के तहत शहर को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए किया गया था। यानी जिन तस्वीरों को अयोध्या से जोड़कर वायरल किया जा रहा है, वह सभी तस्वीरें प्रयागराज की है।

दैनिक जागरण के अयोध्या ब्यूरो के प्रभारी रमाशरण अवस्थी ने बताया, ‘अयोध्या में कुछ इलाकों को एक रंग से रंगे जाने की योजना थी, लेकिन इसकी अभी तक शुरुआत नहीं हुई है। वायरल तस्वीरों का अयोध्या से कोई संबंध नहीं है।’

वायरल पोस्ट शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को बक्सर का रहने वाला बताया है। यह प्रोफाइल अक्टूबर 2014 से ट्विटर पर सक्रिय है। यह प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है।

अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर को लेकर सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो और तस्वीरें शेयर की जा रही है, जो फर्जी और भ्रामक हैं। विश्वास न्यूज ने इससे पहले दो ऐसे दावों की पड़ताल की थी, जिसमंआ प्रस्तावित मंदिर के वास्तुशिल्प का दावा करते हुए अलग-अलग मंदिरों का वीडियो शेयर किया गया था। विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर राम मंदिर निर्माण से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरीज को पढ़ा जा सकता है।

https://www.instagram.com/p/CDTMBZBHDub/

निष्कर्ष: राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन से पहले पूरे अयोध्या शहर को भगवा रंग में रंगे जाने के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीरें प्रयागराज की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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